सनातन संस्था के बारे में दुष्प्रचार करने का कुटील षड्यंत्र !
कोल्हापुर (महाराष्ट्र) : सनातन संस्था ने अब तक सारी शक्ति राष्ट्रभक्ति निर्मिति में ही लगाई है एवं इस कारण अनेकों में राष्ट्रप्रेम का निर्माण हुआ है।
यदि व्यक्ति दोषी सिद्ध हों तो संबंधित संगठन एवं पक्ष भी दोषी हैं, यदि ऐसा निष्कर्ष निकाला गया, तो एक भी पक्ष शेष नहीं रहेगा। व्यर्थ में ही झूठी अफवाएं फैलाकर समाज में सनातन संस्था के बारे में दुष्प्रचार करने का कुटील षड्यंत्र पुरोगामियोंने रचा है।
इस के लिए सरकार को दबाव में नहीं आना चाहिए।
इस के विपरीत देशप्रेम का विस्मरण हुए पुरोगामियोंपर कानूनन कार्यवाही की जाए, ऐसा आवेदन कोल्हापुर के समस्त हिंदुत्ववादी संगठनोंकी ओर से निवासी उपजिलाधिकारी श्री. संजय पवार को १९ सितंबर के दिन दिया गया। यह आवेदन मुख्यमंत्री के नाम से है।
इस समय बजरंग दल के जिलाप्रमुख श्री. संभाजी साळुंखे, शिवसेना के उपजिलाप्रमुख श्री. संभाजी भोकरे, श्रीशिवप्रतिष्ठान के श्री. शरद माळी, श्री. विजय गुळवे, हिंदु धर्माभिमानी श्री. निलेश कुलकर्णी, श्री. सुधाकर सुतार, श्री. संजय पौंडकर, शिवउद्योग सहकार सेना के श्री. सतीश शिंदे, श्री योग वेदांत सेवा समिति के श्री. निखिल नवरे, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. शिवानंद स्वामी, श्री. मधुकर नाझरे आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री को संबोधित किए इस आवेदन में कहा गया है कि…
१. सनातन संस्था अध्यात्मप्रसार करनेवाली संस्था है। सनातन की सीख से सत्य की राहपर चलनेवाले एवं सात्त्विक समाज बनानेवाले तैयार होते हैं। वर्तमान में दांभिक पुरोगामियोंके दबाव के कारण सनातन के निर्दोष साधक को फंसाया जा रहा है। श्री. समीर गायकवाड केवल संदिग्ध होते हुए भी वे ही आरोपी हैं, इस प्रकार का बडबोलापन पुरोगामी कर रहे हैं।
२. इस कारण प्रशासन किसी के भी दबाव में आए बिना निष्पक्ष रूप से अन्वेषण करें एवं असली अपराधी को पकडे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात