चैत्र शुक्ल पक्ष १४, कलियुग वर्ष ५११६
राजनेताओंके सहयोगके कारण ही धर्मांध इस प्रकार देशमें अवैध निर्माण कार्य कर भूमि जिहादके माध्यमसे छोटे-छोटे पाक निर्माण कर रहे हैं । इस स्थितिमें परिवर्तन लाने हेतु हिंदु राष्ट्रकी स्थापना अनिवार्य है !
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नाशिक : सिन्नर नगरके कुछ धर्मांध जिहादीयोंने किसी भी व्यक्ति अथवा शासनकी अनुमति प्राप्त किए बिना एक बंधारेंमें अवैध मार्गसे दर्गाका निर्माणकार्य कर अतिक्रमण किया है । वर्ष १९७२ के अकालके पश्चात शासनने इस बंधारेका निर्माणकार्य किया था । नगरके हिंदु धर्माभिमानी सर्वश्री दीपक जाधव, विष्णु गोजरे, राजेंद्र गोसकेने स्थानीय उपअभियंता, तहसीलदारको अतिक्रमण निर्माणकार्यके विरोधमें निवेदन प्रस्तुत किया है । (धर्मांधोंके भूमि जिहादके विरोधमें वैध मार्गसे प्रयास करनेवाले हिंदुओंका अभिनंदन ! जो अवैध निर्माणकार्य हिंदु धर्माभिमानियोंको दिखाई देता है, पूरा तंत्र साथ होते हुए भी क्या वह प्रशासकीय तंत्रको दिखाई नहीं देता ? हिंदु राष्ट्रमें ऐसे अधिकारियोंसे उपर्युक्त कृत्यके कारण यदि हानि हुई, तो उनसे राष्ट्रीय संपत्तिकी हानि पूर्ति की जाएगी ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) आगेकी कार्रवाईके लिए उसकी एक प्रति मुख्यमंत्री, जलसंपदा मंत्री तथा कृष्णा खोरे पाटबंधारे महामंडलके अध्यक्षोंको भेजी गई है ।
कुछ धर्मांधोंने इस बंधारेमें छोटेसे दर्गेका निर्माणकार्य किया । कुछ समय पश्चात इस छोटेसे दर्गेका रूपांतर बडे दर्गेमें हुआ । बडी संख्यामें दर्गाका निर्माणकार्य आरंभ होते हुए भी पुलिस अथवा प्रशासकीय तंत्रने उसपर आपत्ति नहीं उठाई । ( इससे यह स्पष्ट होता है कि पुलिस अथवा प्रशासकीय अधिकारियोंका निधर्मीपन केवल हिंदुओंका खस्सीकरण करनेके लिए ही होता है । यदि ऐसे पुलिसकर्मी तथा अधिकारीकी कभी धर्मांधोंसे पिटे जाएं, तो क्या हिंदु उनकी सहायताके लिए दौडेंगे ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात