चिपलून में हिन्दू जनजागृति समिति एवं सनातन संस्था का प्रबोधन अभियान सफल !
चिपलून (महाराष्ट्र) – जिला प्रशासन, चिपलून नगर परिषद एवं हिन्दुओं के उत्सव के अवसर पर जागृत होनेवाले तथाकथित पर्यावरणवादियों ने निर्माल्य के कारण जलप्रदूषण होता है, ऐसा दिखावा करते हुए श्री गणेशभक्तों को आवाहन किया कि निर्माल्य बहते पानी में विर्सजित न करते हुए विर्सजनस्थल पर रखे गए कुंडी में जमा करने का आवाहन किया था । इस आवाहन को अस्वीकार कर भक्तों ने बहते पानी में निर्माल्य का विसर्जन किया ।
हिन्दू जनजागृति समिति एवं सनातन संस्था द्वारा वशिष्टी नदी एवं नाईक कंपनी इन विसर्जनस्थलों पर निर्माल्य एवं गणेशमूर्ति बहते पानी में विसर्जित करने एवं पर्यावरण हानिकारी सिद्ध करनेवाले थर्माकोल, प्लास्टिक समान वस्तुएं पानी में न डालते हुए कुंडी में जमा करने का आवाहन करते हुए प्रबोधन अभियान चलाया । उसे प्रतिसाद देते हुए भक्तों ने निर्माल्य कुंडी में न डाल कर बहते पानी में विसर्जित किया । गाणेशोत्सव से पूर्व नगर में आयोजित एक अंनिस के बैठक में निर्माल्य बहते पानी में विसर्जित करने के स्थान पर उनका संकलन करने का उपक्रम किए जाने का समाचार कुछ समाचार पत्रों में प्रसिद्ध हुआ था । निर्माल्य के पवित्रकों का सभी को लाभ होने हेतु उन्हें बहते पानी में विसर्जित करने का धर्मशास्त्र है । इस पर ध्यान देकर शिवसेना, हिन्दू जनजागृति समिति एवं सनातन संस्था द्वारा नगराध्यक्ष, तहसीलदार एवं पुलिस निरीक्षक को भक्तों को धर्मशास्त्र के अनुसार श्री गणेशमूर्ति एवं निर्माल्य बहते पानी में विसर्जन करने दें । इस संदर्भ में निवेदन दिया गया था । इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता एवं सनातन के साधक हाथ में प्रबोधन फलक लेकर विसर्जनस्थल पर खडे थे । इस अवसर पर मेगाफोन द्वारा गणेशमूर्ति एवं निर्माल्य का अध्यात्मशास्त्रीय महत्त्व श्री गणेशभक्तों को बताया गया । भक्तों को गणेशोत्सव के विषय में प्रबोधन पत्रक भी वितरित किए गए ।
संदर्भ :दैनिक ‘सनातन प्रभात’