हिन्दुआेंकी धर्मभावनाआें को आहत करनेवाले नाटकों का क्या कभी हिन्दुआेंने र्इसार्इयों की तरह जागरूक रहकर विरोध किया है ? – हिन्दूजागृति
मुंबई – ईसाई समुदाय की एक संस्था ने ‘एग्निस आफ गॉड’ नाटक के मंचन का विरोध किया है। संस्था ने रविवार को कहा कि यह नाटक ईश्वर का मजाक उड़ाता है और समुदाय की धार्मिक भावना को चोट पहुंचाने वाला है।
कैथलिक सेक्युलर फोरम (सीएसएफ) के महासचिव जोजफ डायस ने एक बयान में कहा है कि ‘नाटक कैथलिक विरोधी है, हमारे ईश्वर का उपहास उड़ाता है’ और इसका मकसद अल्पसंख्यक समुदाय (ईसाई) पर निशाना साधना है।
कैजाद कोतवाल निर्देशित इस नाटक में मुख्य भूमिका महाबानू मोदी-कोतवाल की है। इसका मंचन सोफिया भाभा प्रेक्षागृह में ४ अक्टूबर को होना है। नाटक के पोस्टर में ईसाई धर्म की कुछ मान्यताओं की तरफ इशारा कर पूछा गया है कि क्या आप चमत्कारों में यकीन रखते हैं। डायस ने कहा कि चमत्कारों की कल्पना हर धर्म में की गई है। फिर सिर्फ ईसाई समुदाय को क्यों अपमानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यही बात अगर किसी मौलवी या मुनि के बारे में कही जाती तो इसकी हिंसक प्रतिक्रिया सामने आती।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स