वैशाख कृष्णपक्ष ९, कलियुग वर्ष ५११६
कानपुर (उत्तर प्रदेश) : मंत्री आजम खां के कारगिल शहीदों पर विवादास्पद बयान के बाद केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने स्वतंत्रता सेनानियों को हिंदू-मुसलमान के खांचे में बांटने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में जेल जाने वाले सर्वाधिक हिंदू थे, जबकि ५६ हजार लोग फांसी के फंदे पर चढ़े थे। देश को आजाद कराने में सर्वाधिक योगदान मुसलमानों का है।
रविवार को कांग्रेस प्रत्याशी राजाराम पाल के समर्थन में आयोजित जनसभा में बेनी पूरे समय नरेंद्र मोदी पर ही हमलावर रहे। कहा कि चाय बेचना मोदी का क्वालीफिकेशन नहीं है। वह अपराध करके भागे थे, चाय नहीं बेचेंगे तो क्या करेंगे।
उन्होंने राहुल के प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी व अमित शाह को आजीवन जेल में रहने की बात कही। नरेंद्र मोदी को हिटलर जैसा तानाशाह करार देते हुए कहा कि वह अपने प्रतिद्वंद्वियों को साफ कर रहे हैं। मोदी लहर को न मानने वालों को नासमझ बताने वाले जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के बयान पर बेनी ने कहा, उमर बौरा गए हैं। इधर, मोदी को कातिल कहने के आरोप में बेनी के खिलाफ बाराबंकी में तहरीर दी गई है। पुलिस जांच कर रही है।
ये भी पीछे नहीं
- भागलपुर से जदयू प्रत्याशी शकुनि चौधरी ने कहा है कि नरेंद्र मोदी आए तो उन्हें भागलपुर की जमीन में ही गाड़ देंगे।
- कांग्रेस के मंत्री जयराम रमेश ने भी एक सभा में कहा, मुझे तो कहीं मोदी की लहर नहीं दिखाई देती। बकौल रमेश, मोदी लहर तो नहीं, मोदी जहर जरूर है।
- जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने नरेंद्र मोदी को मुफ्ती मुहम्मद सईद का गॉडफादर करार दिया है। उन्होंने कहा कि मुफ्ती, नरेंद्र मोदी के ही मार्गदर्शन पर चल रहे हैं और उनका एजेंडा केवल सत्ता हासिल करना है।
स्त्रोत : नई दुनिया