हिन्दू जनजागृति समिति का ‘आदर्श श्री गणेशोत्सव अभियान !’
नंदुरबार (महाराष्ट्र) : गणेशोत्सव के उपलक्ष्य में हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा ‘आदर्श गणेशोत्सव कैसा होना चाहिए एवं कैसा नहीं’, इस विषय में वीडियो एवं धर्मशिक्षा देनेवाली प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था।
लगभग १० सहस्र धर्मभिमानियोंद्वारा इस का लाभ लेकर उदंड प्रतिसाद दिया गया।
२४ से २६ सितंबर की कालावधि में यह प्रदर्शनी लगाई गई थी। प्रदर्शनी का शुभारंभ भूतपूर्व नगरसेवक श्री. मोहन रायभान माळी के शुभहाथों नारियल चढ़ाकर किया गया।
उत्सव धर्माधिष्ठित ही होने चाहिए ! – श्री. मोहन माळी
इस अवसरपर श्री. मोहन माळी ने अपना मत व्यक्त करते हुए कहा कि गणेशोत्सव मनाते समय ऐसे उपक्रमोंको प्राधान्य दिया जाना, समय की आवश्यकता है। गणेशोत्सव को केवल मनोरंजन के रूप में देखा जाता है। ऐसी स्थिति में हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा ऐसा उपक्रम चलाया जाना प्रशंसनीय है। उत्सव मनोरंजक न रह कर धर्माधिष्ठित ही होने चाहिए।
अनेक जिज्ञासूओंने अपना मत व्यक्त किया कि अन्य किसी भी ‘देखावे’ की अपेक्षा समिति की प्रदर्शनी को ही प्रथम क्रमांक का पारितोषिक देना चाहिए। छोटे बच्चोंने भी प्रदर्शनी देख कर कहा कि वे धर्मशास्त्र के अनुसार गणेशोत्सव मनाएंगे।
प्रदर्शनी के लिए आए पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियोंने प्रदर्शनी को देख कर कहा कि धर्मशास्त्र के अनुसार गणेशोत्सव मनाए जाने से प्रशासन का तनाव भी न्यून होगा।
यह उपक्रम सफल होने हेतू, डॉ. नरेंद्र पाटिल, प्रा. डॉ. सतिष बागूल, सर्वश्री राजू चौधरी, आकाश गावित, गणेश पाटिल, अमोल ठाकरे, पंकज डाबी, शुभम कलाल, योगेश चौधरी, सुमित परदेशी, राहुल चौधरी, योगेश चौधरी, जय पंडित, जय पाटिल, चंद्रकांत भोई, श्रीमती भारती पंडित, श्रीमती छाया सोनार, श्रीमती आवाड,श्रीमती माळी, श्रीमती वनिता पाटिल तथा समिति के कार्यकर्ताओंने परिश्रम लिए।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात