वैशाख कृष्ण पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११६
रामदास कदमके वक्तव्यसे हिंदुद्वेषी प्रसारमाध्यमोंके पेटमें उठा दर्द !
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मुंबई : ये जिहादी पुलिसपर आक्रमण करते हैं, पुलिसकी गाडियां जलाते हैं, शहीदोंका स्मारक तोडते हैं, तथा महिला पुलिसपर हाथ उठाते हैं । हम यह नहीं चलने देंगे । हमारी मां-बहनोंकी प्रतिष्ठापर कोई हाथ उठाएगा, तो नरेंद्र मोदी स्थायी रूपसे उनकी व्यवस्था किए बिना नहीं रहेंगे, शिवसेना नेता श्री. रामदास कदमने २१ अप्रैलको मुंबईके वांद्रे-कुर्ला संकुलमें आयोजित शिवसेना-भाजपाकी संयुक्त प्रचारसभामें ऐसा राष्ट्रप्रेमी तथा धर्मप्रेमी आवाहन किया । इस अवसरपर व्यासपीठपर नरेंद्र मोदी तथा श्री. उद्धव ठाकरे उपस्थित थे । मोदी छह माहमें पाकको पाठ पढाएंगे, श्री कदमने ऐसा भी कहा । इस वक्तव्यके कारण प्रसारमाध्यमोंद्वारा उनकी आलोचना की जा रही है । (आजाद मैदान दंगेमें धर्मांध जिहादीयोंद्वारा किए गए आक्रमणमें प्रसारमाध्यमोंपर भी आक्रमण हुआ था । उनकी ‘ओबी वैन ’ जलाई गई थी तथा कुछ वार्ताकारोंके साथ मारपीट भी हुई थी । उस विषयमें एक भी प्रसारमाध्यमने चूं तक नहीं की । यही प्रसारमाध्यम गुजरात दंगेके कारण मोदीसे छल करने हेतु आगे आते हैं । अभीतक आजाद मैदानके दंगाखोर धर्मांध जिहादीयोंपर कारवाई नहीं हुई है । वह मोदी करें, हिंदु यदि ऐसा सोचते हैं तथा श्री. कदम भी वही प्रस्तुत करते होंगे, तो उसमें क्या चूक है ? प्रसारमाध्यमोंको यदि धर्मांध जिहादीयोंद्वारा पिटना अच्छा लगता हो, तो वे अवश्य पिटते रहें, हिंदु उसे क्यों सहें ? हिंदुओ, ऐसे हिंदुद्वेषी प्रसारमाध्यमोंका बहिष्कार करें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
शिवसेना नेता रामदास कदमके विरुद्ध प्रथमदर्शी पूछताछ अहवाल !
चुनाव आयोग तथा पुलिसकी मुगलाई !
मुंबई : वांद्रे-कुर्ला संकुलमें भाजपाके श्री. नरेंद्र मोदी तथा शिवसेना पक्षप्रमुख श्री. उद्धव ठाकरेकी उपस्थितिमें सभा संपन्न हुई । उस समय शिवसेना नेता श्री. रामदास कदमने आजाद मैदानपर दंगा करवानेवाले धर्मांध जिहादीयोंके संदर्भमें जानकारी देकर हमारी मां-बहनोंकी प्रतिष्ठापर हाथ डालनेवाले धर्मांधोंके विरुद्ध श्री. नरेंद्र मोदी कठोर कार्यवाही करेंगे, ऐसा वक्तव्य दिया था । यह जानकारी प्राप्त होते ही हिंदुविरोधी नेताओंके चिल्लानेसे केंद्रीय चुनाव आयोगके राज्य उपचुनाव अधिकारी ए.एन. वाणीने श्री. कदमद्वारा दिए गए भाषणकी जांच कर उसमें यदि कुछ आपत्तिजनक बात हो, तो कठोर कार्यवाही करें, ऐसे आदेश दिए हैं । तदनुसार पुलिसने प्रथमदर्शी पूछताछ अहवाल (एफआईआर) प्रविष्ट किया है । (आजाद मैदान दंगेके समय पुलिसके साथ हुए अत्याचार प्रस्तुत करनेपर पुलिस ही कार्यवाही करेगी, तो पुलिस पुन: यदि धर्मांध जिहादीयोंके हाथोंमें आए तो उन्हें बचाने हेतु क्या एक भी हिंदु आगे आएगा ? श्री. रामदास कदमने आजाद मैदानमें घटी बातें ही बताई हैं । उसमें चूक क्या है ? केवल हिंदुओंके प्रति मनमें `किंतु’ रखकर कार्यवाही करनेवाला ऐसा चुनाव आयोग तथा वैचारिक सुन्नत हुई पुलिस हटाने हेतु हिंदु राष्ट्र ही आवश्यक है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात एवं दैनिक सनातन प्रभात