श्रावण शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११६
- धर्मांधोंके विरोधमें पाचोडके ग्रामीणोंका बंद सफल
- मोहसीन शेखकी हत्याके प्रकरणमें हिन्दू राष्ट्र सेनाके संस्थापक श्री. धनंजय देसाईको बंदी बनानेवाली पुलिस एवं श्री. देसाईको कट्टर सिद्ध करनेवाले प्रसारमाध्यम धर्मांधोंके इस हिंदुद्वेषके विषयमें मुंह क्यों नहीं खोलते ?
पाचोड (जिल्हा वर्धा) – फेसबुक सामाजिक जालस्थलपर यहांके धर्मांध सय्यद अन्सर दगडूने छत्रपति शिवाजी महाराजका अनादर करनेवाला छायाचित्र रखा । इसलिए उसे बंदी बनाया गया है । (इससे हिन्दुओंका अनादर कौन करता है यह बात सबके सामने आई, यह भी बहुत महत्वपूर्ण है ! हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंपर प्रतिबंध लगानेकी भाषा करनेवाले रा.रा. पाटिल ऐसे धर्मांधोंपर क्या कार्यवाही करेंगे ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) इस प्रकरणसे हिन्दुओंकी धर्मभावनाएं आहत होनेके कारण पाचोड ग्रामवासियोंद्वारा २१ जुलाईको बंद रखकर निषेध किया गया । (हिन्दुओ, केवल बंद रखकर नहीं रुकें , अपितु धर्मांधोंपर कठोर कार्यवाही करने हेतु पुलिसको विवश करें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
१. २० जुलाईको यह घटना उजागर हुई।
२. कथित चित्र स्वयं सय्यदने ही फेसबुकपर रखा । यह छत्रपति शिवाजी महाराजका अत्यधिक खराब छायाचित्र था । इस छायाचित्रके नीचे सय्यदने अत्यंत अशोभनीय भाषामें टिप्पणी भी लिखी थी ।
३. स्थानीय हिन्दुओंके ध्यानमें आते ही सभी लोग एकत्रित हुए। वातावरण तनावपूर्ण हो गया एवं उन्होंने सय्यदको बंदी बनानेकी मांग की ।
४. इस घटनाके निषेधार्थ २१ जुलाईको बंदका आवाहन किया गया ।
५. सभी हिन्दू पुलिस थानेमें गए एवं उन्होंने सय्यदको बंदी बनानेकी मांग की । तदुपरांत सय्यदको बंदी बनाया गया ।
हिन्दू धर्माभिमानियोंको आवाहन !
आज फेसबुक जैसे सामाजिक जालस्थलोंके माध्यमसे निरंतर छत्रपति शिवाजी महाराज तथा हिन्दुओंके देवी-देवता इत्यादिका अनादर हो रहा है । फेसबुकपर ऐसे अश्ाोभनी पृष्ठ कुछ समयतक प्रसारितहोते हैं एवं तत्पश्चात तत्काल हटा दिए जाते हैं । ऐसे समय हिन्दुओंद्वारा पुलिस थानेमें परिवादके लिए जानेपर पुलिस उन्हें अत्यधिक समयतक प्रतीक्षा करवाकर उनका समय व्यर्थ करती है एवं ऐसा परिवाद ‘साइबर सेल’में करनेके कहती है । इसलिए ऐसे प्रकरणोंमें हिन्दू सीधे पुलिसके स्थानीय ‘साइबर सेल’में ही परिवाद करें अथवा ‘सायइबर सेल’के हेल्पलाईन क्रमांक ९८२०८१००७ पर संपर्क करें ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात