नई दिल्ली – पाकिस्तान की महिला स्कॉलर फौजिया सईद ने कहा है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश में रहने वाले लोग मूलत: हिंदू ही हैं। कुछ मामलों में वे बौद्ध हो सकते हैं। इंडियाटुमारो डॉट कॉम की रिपोर्ट के हवाले से यह खबर आई है। फौजिया का कहना है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के लोगों को यह तथ्य स्वीकार करने में वक्त लगेगा कि उनके पूर्वज हिंदू थे और जिन्हें तलवार के दम पर इस्लाम में परिवर्तन किया गया था। फौजिया ने बताया कि, पाकिस्तान के मुस्लिम मानते हैं कि वे उन अरब हमलावरों के वंशज हैं, जो इस्लामिक धरती से उप-महाद्वीप पर हमला करने आए थे लेकिन यह गलत है।
फौजिया ने कहा कि, इस बात का भी झूठा प्रचार किया गया है कि, पाकिस्तान के मुस्लिम अरब या तुर्की के हमलावरों के वंशज हैं। पाकिस्तान और भारत में आज जो मुस्लिम रह रहे हैं उन्हें सूफी संतों ने परिवर्तित किया था। ९९ फीसदी पाकिस्तानियों के पूर्वज हिंदू ही थे। दुर्भाग्य यह है कि पाकिस्तानी इस कड़वी सच्चाई को सुनने और स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। फौजिया ने दावा किया है कि उप-महाद्वीप का इतिहास बताता है कि हिंदुओं को मारा गया और मुस्लिम हमलावरों ने जबरन उनका धर्मांतरण कराया।
फौजिया ने बताया कि चीमा, बाजवा, सेठी, सहगल और घाखर जैसे सरनेम दोनों धर्मो में होते हैं। फौजिया ने ये बातें मुस्लिम स्कॉलर जैद हामिस से लाइव टीवी इंटरव्यू के दौरान कही। उसने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र कहने में कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि वह लंबे समय से आतंकियों को पनाह दे रहा है। इसका खुलासा उस वक्त हो गया था जब पाकिस्तान में अमरीकी हमले में अल कायदा का सरगना ओसामा बिन लादेन मारा गया था।
स्त्रोत : पत्रिका