जम्मू – सेना जम्मू-कश्मीर सीमा पर घुसपैठियों को रोकने के लिए कड़े सुरक्षा कदम उठाते हुए नियंत्रण रेखा पर रिमोट कन्ट्रोल से चलने वाली मशीन गन तैनात करेगी। कश्मीर घाटी को जम्मू से अलग करने वाली पीर पंजाल की पहाडिय़ों से घुसपैठिये अपनी करतूतों को आए दिन अंजाम देते रहते हैं।
सूत्रों के अनुसार अखनूर सेक्टर में रिमोट कंट्रोल के जरिए पहली प्रोटोटाइप सब-मशीन गन के संचालन का परीक्षण पूरा कर लिया गया है। परिणाम भी बेहतर आए हैं। इस तैनाती से सैनिकों को घुसपैठ रोकने में सहायता मिल सकेगी।
नारगोटा स्थित १६ कॉप्स के कमांडर ले.जनरल आर.आर निम्भोरकर ने कहा कि देश में ही विकसित एकीकृत यह गन सेंसर से भी युक्त है। यह ८० मीटर की दूरी से सीमा की बाड़बंदी से किसी भी गतिविधि को भांप सकने में समर्थ है। बाड़बंदी से नियंत्रण रेखा तक ५० मीटर से लेकर २ किमी तक का इलाका विविधतापूर्ण है। ले. जन. निम्भोरकर ने बताया कि इस स्वचालित गन की रेंज बढ़ाई भी जा सकती है। परीक्षण से नई उम्मीदें भी उभरी हैं। अब लाइट मशीन गन पर इसका परीक्षण किया जाएगा। रिमोट संचालित हथियारों को किस क्षेत्र में तैनात किया जाना है, इसकी पहचान हम दो माह में कर लेंगे।
स्त्रोत : राजस्थान पत्रिका