बीफ के बाद अब गंगा के प्रदूषण पर भी सियासी लहरें उठ रही हैं। गोरखपुर के सांसद और भाजपा के फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथजी ने गंगा के मैली होने की वजह बकरीद को बताते हुए वाराणसी में गणेश प्रतिमा के विसर्जन को लेकर संत समर्थकों पर हुए लाठीचार्ज का विरोध किया है।
आदित्यनाथजी ने कहा कि, लोगों को मूर्ति विसर्जन में तो प्रदूषण दिखाई देता है। लेकिन बकरीद के दिन काशी में हजारों निष्पाप पशु काटे गए उनका खून सीधे गंगा में बहा है। क्या वो प्रदूषण नहीं था।
३२ से ज्यादा नाले गंगा में वाराणसी में मिलते हैं। ओद्योगिक कचरा गंगा में उड़ेला जाता है। पहले उसे बंद किया जाना चाहिए। मूर्ति मिट्टी और बांस से बनाई जाती हैं। मुद्दा बनाकर जानबूझकर साजिश रची जा रही है।
स्त्रोत : आज तक