वैशाख शुक्ल पक्ष द्वितिया, कलियुग वर्ष ५११६
मानसिक रूप से बच्चियों को किया गया प्रताड़ित
Representational image |
हल्द्वानी(उत्तराखंड) : हल्द्वानी में हाईप्रोफाइल सैक्स रैकेट चलाने के आरोप में पकड़े गए लामाचौड़ निवासी कांग्रेसी नेता राज उर्फ राजी और दो महिलाओं को पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट में पेश किया।
जहां से उन्हें १४ दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। इनके चंगुल से मुक्त कराई गई दो किशोरियों को काउंसलिंग के बाद मंगलवार शाम परिजनों को सौंप दिया गया।
काउंसलिंग करने वाले एनजीओ इंपावर पीपुल के उत्तराखंड चेपटर के सीईओ ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि दोनों बच्चियों को शारीरिक के साथ ही मानसिक रूप से भी काफी प्रताड़ित किया गया था।
दोनों का माइंड वॉश किया गया था। उनको काफी गहरी काउंसलिंग की जरूरत थी। परिजनों को भी उनकी काफी देखभाल करनी होगी। उन्हें ये सब भूलने में काफी वक्त लगेगा।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल प्रभारी डीएल वर्मा ने बताया कि आरोपियों के संपर्क में कई और महिलाएं भी थीं। जिनका पता लगाया जा रहा है।
फर्जी ग्राहक बन पुलिस ने पकड़ा सैक्स रैकेट
इससे पहले हल्द्वानी पुलिस ने सोमवार को फर्जी ग्राहक बनकर सेक्स रैकेट का संचालन करने वाली दो महिलाओं और उनके साथ दो नाबालिग लड़कियों को गिरफ्तार किया था।
संचालिकाओं और किशोरियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने ग्राहकों तक लड़कियों की सप्लाई करवाने वाले दलाल को भी गिरफ्तार कर लिया।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल प्रभारी डीएल वर्मा के मुताबिक कोटाबाग और गरमपानी निवासी दो महिलाओं के हल्द्वानी एवं आसपास में सैक्स रैकेट संचालन की सूचना मिली थी।
पुलिस ने ऐसे बिछाया जाल
सेल की टीम ने संचालिकाओं पर नजर रखनी शुरू कर दी। डीएल वर्मा ने बताया कि गरमपानी की संचालिका का मोबाइल नंबर हाथ लगने पर ग्राहक बनकर उसे फोन किया गया।
महिला ने उन्हें भीमताल बुला लिया। महिला के बुलावे पर करीब दस दिन पूर्व वे भीमताल पहुंचे। वहां एक रेस्टोरेंट में महिला से बातचीत हुई।
डीएल वर्मा ने खुद को आर्मी से सेवानिवृत्त कर्नल और वर्तमान में रुद्रपुर की एक निजी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड प्रबंधक बताया।
वर्मा ने संचालिका से कहा कि उसकी कंपनी के अफसर लड़कियों का शौक रखते हैं। यदि वो अफसरों के लिए लड़कियां सप्लाई करें तो मालामाल कर देंगे।
संचालिका राजी हो गई और उसे एडवांस में पांच हजार रुपए भी दिए गए। वर्मा के मुताबिक संचालिका से मुलाकात के बाद वे हल्द्वानी वापस लौट आए।
संचालिका ने मांगी कुछ दिनों की मोहलत
२१ अप्रैल को संचालिका को फोन कर लड़कियों की डिमांड की गई। संचालिका ने तब दो लड़कियां भेजने की बात कही। वर्मा ने कहा कि उन्हें कम से कम चार लड़कियां चाहिए।
इस पर संचालिका ने कुछ दिनों की मोहलत मांगी। डीएल वर्मा के मुताबिक इस बीच गरमपानी की संचालिका ने कोटाबाग से सैक्स रैकेट का संचालन करने वाली दूसरी संचालिका से संपर्क किया।
दोनों संचालिकाओं की आपस में बात हुई और उन्होंने फोन कर कहा कि वे दोनों खुद धंधे के लिए आएंगी। साथ में दो नाबालिग लड़कियां भी लेकर पहुंचेंगी।
डीएल वर्मा ने मुताबिक डील पक्की होने पर सोमवार को संचालिकाओं को दोनों नाबालिग लड़कियों के साथ हल्द्वानी बुलाया गया।
उनके पहुंचने से पहले एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की महिला कांस्टेबलों की टीम को टांडा बैरियर पर तैनात कर दिया गया। सुबह १० बजे दोनों संचालिकाएं और लड़कियां लेकर सिंधी चौराहा पहुंची।
|
कार का डिपर मारकर अपनी टीम को अलर्ट किया
वहां से ग्राहक बने वर्मा ने चारों को अपनी कार में बैठा लिया और कहा कि रुद्रपुर के एक होटल में जाना है। वहीं ग्राहक मिलेंगे और काम होने के बाद पैसा दिया जाएगा।
टांडा बैरियर पहुंचते ही उन्होंने कार का डिपर मारकर वहां तैनात अपनी टीम को अलर्ट कर दिया। टीम ने कार रोक कर महिलाओं और दोनों किशोरियों को दबोच लिया।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल लाने के बाद उनसे कड़ी पूछताछ की गई। जिसमें उन्होंने लामाचौड़ के दलाल के नाम का खुलासा किया। पुलिस ने दलाल राजी सिंह को भी दबोच लिया।
स्त्रोत : अमरउजाला