लखनऊ : उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भारतीय जनता पार्टी पर देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा और उत्तर प्रदेश में समाजवादी की सरकार बनने के बाद साम्प्रदायिक शक्तियां मजबूत हुई हैं। इससे जान माल का नुकसान होने के साथ साथ समाज के आपसी सद्भाव को भी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने दादरी में मुस्लिम परिवार को तब मुआवजा दिया जब पानी सिर के ऊपर पहुँच गया। मायावती ने मुलायम सिंह पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि जब तक साम्प्रादाईक शक्तियों के खिलाफ कड़ा कानून नहीं बनेगा तब तक दादरी जैसी घटनाएं होती रहेंगी। मायावती ने कहा कि मुलायम गुंडों, माफियाओं और अपराधियों को बढ़ावा देते हैं जबकि भाजपा साम्प्रदाईकता को बढ़ावा देती है।
हिन्दू राष्ट्र बनने से दलितों और पिछड़ों का नुकसान
मायावती ने कहा कि भारत के हिन्दू राष्ट्र बनने के बाद दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को नुकसान होगा क्यूंकि हिन्दू राष्ट्र में उनके हितों की सुरक्षा नहीं हो सकेगी। मायावती ने कहा कि हिन्दू धर्म में चार वर्ण होते हैं जिसमे शूद्र केवल गुलामी करता है और आज के समय में कि दलित और पिछड़े ही शूद्र कहलाते हैं। अगर भारत हिन्दू राष्ट्र बना तो दलितों और पिछड़ों को फिर से गुलाम बना दिया जाएगा।
मायावती ने आरएसएस पर भी हमला बोलते हुए कहा कि, संघ प्रमुख मोहन भागवत दलितों और पिछड़ों के लिए आरक्षण ख़त्म करना चाहते हैं और भाजपा भी संघ के इशारे पर ही काम कर रही है। मायावती ने कहा कि अगर आरक्षण ख़त्म करने की कोशिश की गयी तो बहुजन समाज पार्टी पूरे देश में आन्दोलन करेगी।
मायावती ने ये बातें बसपा के संस्थापक काशीराम के नौंवे निर्माण दिवस पर लखनऊ में कार्यकर्ताओं और पार्टी के नेताओं को संबोधित करते हुए कहीं।
स्त्रोत : सच खबर