शिवसेना ने आर्टिकल के जरिए भाजपा पर भी निशाना साधा है । आर्टिकल में लिखा है कि, कुलकर्णी ने जिन्ना का गुणगान कर २००८ में बीजेपी की कब्र खोदी थी। इसी के चलते २००८ में विश्वास मत के दौरान ‘कैश फॉर वोट’ कांड हुआ और भाजपा को शर्मसार होना पड़ा।
मुंबई में सोमवार को बुक की लॉन्चिंग इवेंट के ऑर्गनाइजर सुधींद्र कुलकर्णी पर शिवसैनिकों ने रास्ता रोक कर स्याही पोत दी थी। विवाद बढ़ा तो मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णनवीस ने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की। खबर आई कि शिवसेना विरोध वापस ले सकती है। लेकिन पार्टी सांसद संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कुलकर्णी को पाकिस्तान का एजेंट करार दिया। उन्होंने कहा, “विरोध वापस नहीं लेंगे। पाकिस्तानी लेखक का यहां इवेंट कराना शहीदों का अपमान है।” हालांकि, मुख्यमंत्री के कहने के बाद कड़ी सुरक्षा प्रदान कर मुंबई के नेहरू सेंटर में पुस्तक का अनावरण हुआ।
क्यों हुआ विरोध ?
शिवसेना का कहना है कि, आतंकवाद फैला रहे पाकिस्तान के लोगों का वह महाराष्ट्र में कहीं भी कार्यक्रम नहीं होने देगी। कुछ दिन पहले शिवसेना के विरोध के बाद पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली का मुंबई और पुणे में मशहूर गजल गायक जगजीत सिंह की याद में होने वाला कॉन्सर्ट रद्द हो गया था।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर