वैशाख शुक्ल पक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११६
समाजको फंसानेके लिए षडयंत्र रचा गया है !
मुंबई : अधोक्षजानंद देवतीर्थ नामक व्यक्ति पुरी पीठके शंकराचार्य हैं, यह झूठ बताकर चुनावमें प्रचार कर जनताका दिशाभ्रम कर रहा है, इसलिए हिंदू जनजागृति समितिद्वारा राज्य चुनाव आयोगके प्रधान सचिव तथा प्रमुख चुनाव अधिकारीको निवेदन प्रस्तुत किया गया है । (हिंदुओ, इस बातका ध्यान रखें कि आपकी प्रत्येक समस्याके संदर्भमें केवल हिंदू जनजागृति समिति ही वैध मार्गसे प्रयास करती है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वतीजी गोवर्धनमठ पुरी पीठके १४५ वें अधिकृत जगद्गुरु शंकराचार्य हैं । उनका विधिवत अभिषेक ९.२.१९९२ को हुआ है । उसके लिए एन्डॉमेंट कमिश्नर ओडिशाकी स्वीकृति है । ऐसा होते हुए भी अधोक्षजानंद देवतीर्थ नामक व्यक्ति पुरी पीठके शंकराचार्य हैं, यह झूठ बताकर चुनावमें प्रचार कर जनताका दिशाभ्रम कर रहा है । ओडिशा उच्च न्यायालय, जुलाई २००० के आदेशानुसार पुरी पीठके १ सहस्र मीटर परिधिमें उनके प्रवेशपर पाबंदी डाली गई है ।
ऐसा होते हुए भी यह व्यक्ति राजनीतिक वक्तव्य दे रहा है तथा प्रसारमाध्यम भी उसका प्रसारण कर रहे हैं । कुछ समाजविघातक एवं राजनीतिक व्यक्ति दुष्ट उद्देश्यसे प्रेरित होकर अधर्म एवं नासमझी फैलानेका कार्य कर रहे हैं । समाजको फंसानेके लिए यह षडयंत्र रचा गया है । इस व्यक्तिको राजनीतिक वक्तव्य देनेसे रोकें तथा उस संदर्भमें प्रसारमाध्यमोंको भी सूचित करें, निवेदनद्वारा ऐसी विनती की गई है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात