गोरखपुर : बेलीपार इलाके के भीटी गांव में शैतान भगाने के नामपर एक तथाकथित मौलवी चार महिलाओंसे लाखों रुपए के आभूषण लेकर फरार हो गया। पीड़ित महिलाएओंने गांव के प्रधान के साथ बेलीपार थाने में जाकर अपराध प्रविष्ट किया है । पुलिस ने इस मामले में अभी कोई कार्यवाई नहीं की है। महिलाओंका आरोप है कि पुलिस ने उन्हें यह कहकर लौटा दिया कि साहब अभी चुनाव में व्यस्त हैं, दूसरे दिन आना।
क्या है मामला ?
तीन दिन पूर्व एक मौलवी भीटी गांव निवासी किताबुल पुत्र रसूल से मिला। वह किताबुल से बाल गोविंद यादव का मकान पूछने लगा। किताबुल ने उसे बताया कि इस नाम का कोई व्यक्ति गांव में नहीं रहता है। इस पर मौलवी ने बोला कि, उनको बच्चा नहीं हो रहा था, इसके लिए उन्हें आैषधी देनी थी। इसके बाद किताबुल मौलवी के बात से प्रभावित हो कर उसके जाल में फंस गया।
घर में घुसते ही रोने लगा मौलवी
इतना सुनते ही वह मौलवी को अपने घर ले गया। घर में घुसते ही मौलवी रोने लगा। पूछने पर उसने बताया कि इस घर में शैतान का वास है और मौत की दुर्गंधी आ रही है। यह बात सुनते ही घर में उपस्थित महिलाएं घबरा गईं। इस पर मौलवी ने कहा, ‘चिंता मत करो, मैं शैतान को भगा दूंगा।’ मौलवी ने महिलाओंसे कहा, ‘आप लोग मुझे अगरबत्ती, लोहवान और लाल कपड़ा लाकर दो। ये सामान मिलते ही मौलवी उन्हें लेकर एक शांत कमरे में गया और जमीन में गड्ढा खोदकर कहा कि इसे भगाने के लिए आभूषण लगेगा, जल्दी आभूषण लेकर आओ।’ इसके बाद परिवार की चारों औरतें अपने-अपने आभूषण ले आईं। मौलवी ने लाल कपड़े में सभी के आभूषण रख दिए । इसी बीच अगरबत्ती और लोहवान से झाड़फूंक के दौरान उसने चतुरार्इ से आभूषण निकाल लिए और उस लाल कपड़े को महिलाओंसे उसे गड्ढे में ढंकवा दिया। मौलवी ने कहा, ‘दो दिन बाद मैं फिर आऊंगा और इसे खोलूंगा।’
दो दिन बाद मौलवी नहीं आया तो महिलाओंको हुई शंका
जब दो दिन बाद मौलवी नहीं आया तो उन्हें शंका होने लगी। महिलाओंने इस बारे में अगल-बगल के दूसरे लोगोंसे बात की, तो लोगों ने आशंका का व्यक्त कि कहीं वो ठग तो नहीं था। इस पर जब महिलाओंने गड्ढे से लाल कपडे को निकाला तो उसमें से आभूषण गायब थे। ऐसे में उन के होश उड गए। इसके बाद पीड़ित महिलाआें ने गांव के प्रधान के साथ थाने में अपराध प्रविष्ट किया।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर