अब मुहम्मद इखलाक के परिवारवालों को ४ घर आवंटित करने के लिए अखिलेश सरकार सरकारी नियमों में बदलाव करना चाहते है । यह देखकर लोग सोच रहे है की क्या यह सब मुसलमानों के वोट पाने के लिए किया जा रहा है ? अगर किसी हिन्दू के साथ इस प्रकार की हिंसा होती, तो क्या उसे भी ४५ लाख रूपए तथा ४ घर मिलते ? – सम्पादक, हिन्दूजागृति
लखनऊ (उत्तर प्रदेश) : दादरी के बिसाहड़ा गांव में भीड़द्वारा पीट-पीटकर मार दिए गए मुहम्मद इखलाक के परिवार को ४५ लाख रूपये का मुआवजा देने की घोषणा उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही कर चुकी है। अब राज्य सरकार ने इखलाक के परिवार के सदस्योंको ४ घर आवंटित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ सूत्रोंने पुष्टि की कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ५ अक्टूबर को पीड़ित इखलाक की मां, बेटी और भाई के साथ हुई अपनी मुलाकात के दौरान वादा किया था कि उनकी सरकार ‘हरसंभव सहायता’ करेगी। इस सहायता में परिवार को नोएडा में पुनर्वासित कराने की बात भी शामिल थी। परिवार को इखलाक की हत्या के बाद डर के कारण गांव छोड़कर जाना पड़ा था।
पीड़ित परिवार ने सीएम को यह भी बताया कि इखलाक और उनके बेटे दानिश पर हमला करनेवाली भीड़ ने बाकी के परिवार को घर में आग लगाकर मारने की भी कोशिश की थी, लेकिन बाद में कुछ पड़ोसियोंने उन्हें बचा लिया। मृत इखलाक का परिवार घटना के बाद देहली चला आया था।
इखलाक के परिवार को घर दिए जाने से उत्तर प्रदेश सरकार की सहायता और मुआवजा देने के दिशानिर्देशों में बदलाव आएगा। पीड़ित परिवार को नोएडा में २ बेडरूम का घर दिए जाने की बात है। यह घर किसी भी सरकारी योजना का हिस्सा नहीं होगा। मौजूदा समय में सीएम अपने अधिकार का प्रयोग कर पीड़ितोंको मुआवजा दिए जाने का ऐलान कर सकते हैं, लेकिन मुआवजे के नियमों में निजी तौर पर बनाए गए घर देने का कोई प्रावधान नहीं है।
इस रुकावट से निपटने के लिए सरकार नियमों में बदलाव करने की सोच रही है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया, ‘पीड़ित परिवार ने जब सीएम से मुलाकात की थी तो उन्होंने यह निवेदन किया था। सीएम ने वादा किया था कि वह उनका पुनर्वास करेंगे। सीएम ने कहा था कि पीड़ित परिवार को कुल ४ घर आवंटित किए जाएंगे। इखलाक के बच्चों और भाईयोंको यह घर दिए जाएंगे। क्यों की इस काम के लिए मौजूदा नियमों में बदलाव किए जाने की जरूरत है, लेकिन सीएम के वादे को पूरा करने के लिए यह बदलाव किए जाएंगे।’
अधिकारियोंने बताया कि उन्हें इस सिलसिले में ४ पत्र मिले हैं। चारों पत्र इखलाक की विधवा पत्नी और ३ भाईयोंकी ओर से भेजे गए हैं। पत्र में उन्हें घर आवंटित कर पुनर्वास किए जाने का निवेदन किया गया है। सीएम अखिलेश यादवद्वारा नियमों में बदलाव किए जाने का निर्देश देने के बाद पीड़ित परिवार की ओर से भेजे गए पत्रोंको उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन के पास जरूरी कार्रवाई किए जाने के लिए भेज दिया गया है।
जब हमने मुहम्मद इखलाक के भाई अफजल की पूछताछ की, तो उन्होंने इस बात की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि सीएम ने उन्हें पुनर्वासित किए जाने का आश्वासन दिया है। फोन पर हमसे बात करते हुए उन्होंने बताया, ‘हमें सीएम ने हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। अभी तक हमें आर्थिक मदद मिली है, लेकिन हमें अभी तक घर नहीं मिला है।’
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स