हम एडीलेड के हिन्दुआें का अभिनंदन करते हैं कि उन्होंने सनातन हिन्दू धर्म को संजोए रखने का अच्छा प्रयास किया है । अन्य हिन्दुआें को भी इस से बोध लेना चाहिए । – सम्पादक, हिन्दूजागृति
दक्षिण ऑस्ट्रेलिया स्थित एडीलेड शहर के प्राणीसंग्रहालय में अनेक वर्षों से दुर्लक्षित गणपति की पुरातन मूर्ति पाई गई ।
यह समाचार मिलते ही एडीलेड निवासी हिन्दुआें ने मूर्ति की उचित प्रकार से योग्य स्थान पर स्थापना करने का निश्चय किया । पिछले महिने हुई गणेश चतुर्थी के दिन इसकी प्राण-प्रतिष्ठा की गई ।
फ्लिंडर्स युनिवर्सिटी के पुरातत्त्व विभाग के अनुसार यह दुर्लक्षित मूर्ती, तेरहवीं शताब्दी की इंडोनेशिया में पूर्व जावा के ब्लीतार में स्थित जावानीज बोरो गणेश मूर्ति की प्रतिकृती है । मूर्ती एक अखण्ड पत्थर से बनी है और उसका वजन २०० से २५० किलो है ।
स्त्रोत : सकाळ