फैजाबाद – मुमताजनगर की रामलीला के अहम किरदार राम, सीता, लक्ष्मण आदि बनने से मुसलमान युवकों को रोक दिया गया है। समिति के अनुसार चूंकि मुसलमान मांस खाते हैं अतः वे यह किरदार नहीं निभा सकते। रामलीला समिति के प्रमुख माजिद अली बताते हैं गौमांस न खाना हिंदू होने की गैरंटी नहीं है। कुछ स्थानिय लोगों ने मुसलमानों के प्रमुख किरदार निभाने को लेकर आपत्ति जताई है। माजिद के अनुसार, लोगों ने कहा है कि मुसलमान मांस खाते हैं, इसलिए इन्हें भगवान के किरदार में नहीं होना चाहिए।
उन्होंने बताया कि जब हमें इस तरह की आपत्तियों की भनक लगी, तो हमने मुसलमानों को किरदार के तौर पर रखना बंद कर दिया। समितिके एक वरिष्ठ सदस्य बलधारी यादव ने बताया कि रामलीला के दौरान लोग भगवान का किरदार निभाने वाले इन लोगों के पैर छूते हैं इसलिए लोगों द्वारा इस बात पर आपत्ति जताई जाने लगी कि ये लोग तो मांस खाते हैं।
इसके विपरित हिंदुओं को यह किरदार देने की मांग की जाने लगी, जो नवरात्र के दौरान शाकाहार अपना लेते हैं।
स्त्रोत : पत्रिका