क्या भारत ने कभी शांति का भंग करनेवाले भारतीय मौलवीयोंपर एेसी कार्यवार्इ किए कभी सुना है ? – हिन्दूजागृति
लाहौर – मुहर्रम से पहले उठाए गए विशेष सुरक्षा कदमों के अंतर्गत पाकिस्तान के पंजाब प्रांत से शांति को खतरा होने के कारण कम से कम ४० मौलवियों को बन्दी बनाया गया है।
पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पंजाब के विभिन्न विभागो से चार फिरकों के ४० मौलवियों को बन्दी बनाया गया है। अधिकारी ने ‘डॉन’ समाचारपत्र को बताया कि, बन्दी बनाए गए मौलवियों ने कानून और जुलूसों तथा मार्गों के संबंध में दिए गए निर्देशों का उल्लंघन किया।
उन्होंने भाषण देने के लिए कुछ शहरों में प्रवेश पर लगी रोक का उल्लंघन किया, ध्वनीवर्धकों का (लाउडस्पीकर) का दुरुपयोग किया, द्वेष फैलाने वाली सामग्री बांटी, दीवारों पर लिखा, हथियारों का प्रदर्शन किया तथा पाकिस्तान दण्ड संहिता की धारा १४४ के अन्य प्रावधानों का उल्लंघन किया।
अधिकारी ने कहा कि, विभिन्न फिरकों के ८० अन्य मौलवियों को पंजाब में उनके मूल गांव से बाहर जाने से रोका गया है, क्योंकि वे अपने ‘भडकाऊ भाषणों’ के लिए जाने जाते हैं।
उनसे मुहर्रम के दौरान शांति को खतरा हो सकता है। मुहर्रम इस्लामिक पंचांग के अनुसार पहला महिना होता है। इसके अलावा, १,१६० उलेमाओं (धार्मिक विद्वानों) को कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा यह आदेश दिया गया है कि, वह पंजाब के कुछ शहरों में प्रवेश न करें।
पंजाब पुलिस ने विभिन्न विचारों के स्कूलों के ६४० तेजतर्रार मौलवियों पर किसी भी शोक जुलूस में बोलने पर प्रतिबंध लगाया है।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स