इस्लामाबाद – पाकिस्तान के एक दैनिक समाचार पत्र ने अपने संपादकीय में कहा कि, भारत हमेशा ही उसके देश के लिए सबसे बड़ा अभिशाप बना रहेगा। इसके साथ ही समाचारपत्र ने जोडा है कि इसो कारण “नागरिक संस्थागत विकास और अन्य एजेंसियों को स्वयं को सुरक्षा दुविधा का शिकार नहीं बनने देना चाहिए।”
पाकिस्तान के समाचार पत्र ‘द नेशन’ के शुक्रवार के संपादकीय ‘सिक्योरिटी स्टेट’ में कहा गया है कि फ्रंटियर वर्क्स आॅर्गनाइजेशन (एफडब्ल्यूओ) ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा ( सीपीईसी) परियोजना के कार्यान्वयन में बाधा डालने के प्रयत्नों का मुद्दा उठाया है।
इस्लामाबाद में राजनयिकों को संबोधित करते हुए एफडब्ल्यूओ के महानिदेशक मेजर-जनरल मुहम्मद अफजल ने कहा कि, सीपीईसी परियोजना की भारतीय आक्रामकता से रक्षा के लिए सेना ने एक विशेष सुरक्षा प्रभाग बनाया है। अफजल ने कहा कि परियोजना के क्रियान्वयन में लगे चीनी और स्थानीय इंजीनियरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक अन्य प्रभाग बनाया जाएगा।
संपादकीय में ये भी कहा गया है कि भारत हमेशा हमारे लिए सबसे बड़ा अभिशाप बना रहेगा, हमेशा हमारे दरवाजे पर रहेगा लेकिन नागरिक संस्थागत विकास और अन्य एजेंसियों को स्वयं को सुरक्षा दुविधा का शिकार नहीं बनने देना चाहिए। अखबार ने लिखा है कि ६८ साल हो गए। हमें अब तक समाधान ढूंढ लेना चाहिए था लेकिन हम आज भी परिस्थितियों के बंधक बने हुए हैं।
स्त्रोत : आइबीएन