लखनऊ : कवाल कांड को लेकर नंगला मंदौड में हुई पंचायत के मामले में कोर्ट के वारंट जारी करने पर साध्वी प्राची ने चेतावनी दी कि, यदि पुलिस ने उन्हें बन्दी बनाया, तो मुजफ्फरनगर में एक बार फिर दंगा भडक सकता है और इसके लिए उत्तरदायी उत्तरप्रदेश सरकार होगी। जानकारी के अनुसार कोर्ट ने इस मामले में साध्वी प्राची समेत केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान, बिजनौर सांसद भारतेंद्र सिंह, विधायक सुरेश राणा के खिलाफ वॉरंट जारी किया है। वहीं सीताराम की कोर्ट ने मुकदमों के आरोपियों को २ और ३ नवंबर को कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए हैं।
इस मामले में साध्वी प्राची समेत सभी कथित लोगोंका कहना है कि, न्यायालय से जारी समन प्रशासन की सोची-समझी साजिश है । साध्वी प्राची ने कहा, “मुझे जानकारी मिली है कि मेरे खिलाफ ३३ बार समन जारी हुआ है, लेकिन एक बार भी प्रशासन ने मुझे समन नहीं भेजा। इसके पीछे सोची-समझी रणनीति है। अब वॉरंट जारी हो गया है।
क्या है मामला ?
बताया जा रहा है कि २७ अगस्त २०१३ को कवाल गांव में हिंदू जाट समुदाय की लडकी के साथ एक मुस्लिम युवक ने छेडखानी की थी। इसके बाद लडकी के २ ममेरे भाइयों गौरव और सचिन ने छेडखानी करने वाले युवक की हत्या कर दी थी। इसके पश्चात मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उन दो हिन्दू भाइयों की भी हत्या कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने लडकी के परिवार के ११ लोगों को गिरफ्तार किया था।
स्त्रोत : पंजाब केसरी