ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष षष्ठी, कलियुग वर्ष ५११६
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ढोंगी वृत्तिके हिंदुनिष्ठ भाजपाके राज्यमें मंदिरमें नमाज पठन करना यह नित्यकी घटना हो गई है । भाजपा एक प्रकारसे दूसरी कांग्रेस ही है । ऐसे भाजपाको इस समय विजय प्राप्त हुआ; किंतु यह विजय केवल तीव्र हिंदुनिष्ठ नरेंद्र मोदीका ही विजय है । हिंदुओंकी यही मांग है कि मोदीजीको ऐसी घटनाओंको रोकना होगा, अन्यथा वाजपेयी-आडवाणीके समान मोदीकी भी परिस्थिति होगी ।
भोपाल : यहांके एम.पी. नगरके गायत्री शक्तिपीठमें १४ मईको ‘युग निर्माण इस्लामी दृष्टिकोण’ इस विषयपर हरिद्वारके अखिल विश्व गायत्री परिवारकी ओरसे विचारविमर्शका (चर्चासत्रका) आयोजन किया गया था । उस समय उत्तरप्रदेशके रामपरूके वल्र्ड ऑर्गेनाइजेशन ऑफ रिलिजियस नॉलजेके सैय्यद अब्दुल्लाह तारिक तथा हरिद्वारके शांतिकुंजके प्रतिनिधि वीरेश्वर उपाध्यायका व्याख्यान आयोजित किया गया था । व्याख्यानके समय नमाजका समय होनेके कारण वहां उपस्थित मुसलमानोंने शक्तिपीठके क्षेत्रमें ही नमाज पठन किया । (क्या मस्जिदमें कभी सर्वधर्मसमभावपर चर्चासत्रका आयोजन किया जाता है ? तथा ऐसे स्थानपर क्या हिंदू आरती अथवा नामजप कर सकेंगे ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात