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सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने की अन्याय्य मांग को तमिलनाडू शिवसेना का विरोध

  • शिवसेना की राज्यस्तरीय कार्यकारी समिति की बैठक में प्रस्ताव सम्मत

  • सनातन पर आई हुई प्रतिकूल परिस्थिति में निश्चित रूप से सनातन के समर्थन में खडे रहनेवाले तमिलनाडू के शिवसेना का आभार !

बार्इं ओर से बैठक को संबोधित करते हुए तमिलनाडू शिवसेना के राज्यप्रमुख श्री. राधाकृष्णन एवं व्यासपीठ पर उपस्थित सेना के पदाधिकारी

चेन्नई : हाल ही में यहां तमिलनाडू शिवसेना के राज्यस्तरीय कार्यकारी समिति की बैठक संपन्न हुई।

इस बैठक में सनातन पर प्रतिबंध लगाए जाने के विरोध में प्रस्ताव सम्मत किया गया एवं सनातन के समर्थन में खडे रहने का निर्णय लिया गया। इस बैठक में तमिलनाडू राज्य के १५ जिलोंसे २२५ शिवसैनिक उपस्थित थे।

बैठक के आरंभ में हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. पी. प्रभाकरन ने प्रार्थना एवं विघ्नेश्वर श्रीगणेश का श्लोक पठन किया। इस समय व्यासपीठ पर तमिलनाडू शिवसेना के राज्यप्रमुख श्री. राधाकृष्णन, राज्य महासचिव श्री. एम. रविचंद्रन, श्री. सेन्थील तथा श्री. स्टैलिन उपस्थित थे।

हिन्दूविरोधियोंद्वारा सनातन की प्रतिमा कलंकित करने का प्रयास ! – श्री. राधाकृष्णन

इस अवसर पर सनातन संस्था का समर्थन करते हुए श्री. राधाकृष्णन ने कहा कि, सनातन संस्था अध्यात्मप्रसार का कार्य कर रही है तथा सहस्रों नागरिक उसका लाभ ले रहें हैं। सनातन के साधक नामजप बताते हैं, आध्यात्मिक ग्रंथोंकी प्रदर्शनी लगाते हैं, सत्संग आयोजित करते हैं एवं आनंदी जीवन कैसे बिताएं इस विषय में मार्गदर्शन करते हैं।

सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा पिछले ४ वर्ष से अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन आयोजित किया जा रहा है। रामनाथी (गोवा) में होनेवाले अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में १०० से अधिक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंका एकत्रित होना यह संतोंद्वारा बताए अनुसार ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित होने का लक्षण ही है।

बंदी बनाया गया सनातन का साधक श्री. समीर गायकवाड निर्दोष है। कुछ हिन्दू विरोधी सनातन की प्रतिमा कलंकित करने का प्रयास कर रहे हैं।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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