ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११६
बदायूं (उत्तर प्रदेश) : बदायूं जिले के बिनावर कस्बे में बकरा खरीदने को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि आठ लोग घायल हो गए। घटना को साम्प्रदायिक रंग देने की भी कोशिश की गई, लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया और पूरे इलाके में भारी संख्या में पलिस बल व पीएसी के जवानों को तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा बदायूं-बरेली मार्ग पर गाड़ियों के आवागमन पर भी रोक लगा दिया गया है।
दरअसल गुरुवार को सुबह करीब साढ़े आठ बजे बगुलीनगर रफियाबाद का रहने वाला महिपाल अपना बकरा बेचने बिनावर आया था। जहां बकरे के रेट को लेकर भूरे कुरैशी से कहासुनी हो गई। इसी बीच भूरे कुरैशी के कुछ और साथी वहां पहुंच गए और महिपाल को लाठी-डंडों से मारने लगे। यह देखकर पास की दुकान पर मौजूद महिपाल के मामा रतनलाल बचाव में आगे आए तो लोगों ने उनकी भी पिटाई कर दी। किसी तरह वहां से भागकर रतनलाल ने मोबाइल से यह सूचना गांव में दी और फिर वहां से करीब एक दर्जन लोग बिनावर पहुंच गए। इसके बाद दोनों पक्षों में मारपीट और पत्थरबाजी शुरू हो गई। घटना में वीरू (30), महिपाल (18), रतनलाल (15), राजेश्वर (40), नन्हें (22), सहादत (20), शहनवाज (40), साबिर (35) घायल हो गए। दोनों ओर से जबर्दस्त पत्थरबाजी के दौरान स्थानीय पुलिस तमाशाई बनी रही। जैसी ही इसकी सूचना जिला मुख्यालय पहुंची, वैसे ही एडीएम प्रशासन मनोज कुमार, एसपी सिटी मान सिंह चौहान ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाल लिया और घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। इसी बीच जिलाधिकारी सीपी त्रिपाठी, एसएसपी अतुल सक्सेना भी मौके पर पहुंच गए। तनाव की स्थिति को देखते हुए बाजार में बड़ी संख्या में पुलिस बल व पीएसी तैनात कर दिए गए हैं। बदायूं-बरेली रोड पर वाहनों का आवागमन रोक दिया गया। वाहनों का रूट डायवर्ट कर वाया आंवला निकाला जा रहा है। एसपी सिटी मान सिंह चौहान ने बताया कि बकरे के रेट को लेकर मामूली कहासुनी के बाद मारपीट हो गई। अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
स्त्रोत : जागरण