ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११६
हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंद्वारा किए गए प्रबोधनका परिणाम !
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पुणे – हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंद्वारा किए गए प्रबोधनके पश्चात इंडियन ओवरसीज बैंकने अप्पा बळवंत चौक स्थित शाखा भवनके प्रवेशद्वारके निकट, सीढियोंपर तथा प्रसाधनगृहके निकट लगाए गए हिंदु देवताओंके फर्श हटाए । (हिंदुओ, इस सफलता हेतु ईश्वरके चरणोंमें कृतज्ञता व्यक्त करें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
१. इस बैंक भवनकी सीढियोंपर लोग न थूकें, इस हेतु हिंदू देवताओंके फर्श लगाए जानेकी बात समिति कार्यकर्ताओंके निदर्शनमें आई ।
२. १६ मईको समितिके प्रतिनिधिमंडलने तुरंत बैंकके शाखा व्यवस्थापकसे भेंट की । इस प्रकार देवताओंके चित्रोंका अनुचित उपयोग कर हम एक प्रकारसे देवताओंका अपमान कर समष्टि पाप बढा रहे हैं, इस विषयमें कार्यकर्ताओंद्वारा व्यवस्थापकोंका प्रबोधन किया गया ।
३. व्यवस्थापकोंने बताया कि फर्श हटाने हेतु गृहनिर्माण संस्थाके निवासियोंका विरोध है । उस संदर्भमें गृहनिर्माण संस्थाके अध्यक्ष लोखंडेसे संपर्क करनेपर उन्होंने बताया कि ईश्वर सर्वत्र हैं, देवताओंके फर्श हटानेमें हमारी ओरसे कुछ अडचन नहीं है; किंतु उसके पश्चात फर्श हटाया गया स्थान पहले जैसा न किया गया, तो भवन बेढंगा दिखता है । अत: यदि अधिकोश फर्श हटाकर वह स्थान पहले जैसा करता है, तो हमें कोई आपत्ति नहीं । (धर्मशिक्षाके अभावसे ही जन्महिंदुओंद्वारा देवताओंके चित्रांकित फर्श हटानेका सूत्र एकदूसरेपर धकेला जाता है । यह स्थिति परिवर्तन करने हेतु हिंदुओंको धर्मशिक्षा देना अपरिहार्र्य है । – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
४. उसी कालावधिमें समितिके धर्मशिक्षावर्गके धर्माभिमानी श्री. विद्याधर जोशीने बैंकके मुंबई स्थित प्रमुख शाखाको पत्र भेजकर इस घटनाका निषेध किया । (धर्महानि रोकने हेतु क्रियाशील प्रयास करनेवाले श्री. विद्याधर जोशी जैसे हिंदू ही हिंदू धर्मकी सच्ची शक्ति ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) त्वरित ध्यान देकर देवताओंके चित्रांकित फर्श वहांसे हटाए जाएंगे, ऐसा आश्वासन बैंककी ओरसे दिया गया ।
५. इस संदर्भमें बैंक कर्मचारियोंका प्रबोधन करनेपर उन्होंने भी एकसाथ देवताओंके फर्श हटाने हेतु सहमति दर्शायी ।
६. समितिके सर्वश्री पराग गोखले, प्रवीण कर्वे, धर्मशिक्षावर्गके सर्वश्री धीरज भणगे, अरुण सराफ, जयंत लखामरे, जयदीप नीलपर्ण आदि धर्माभिमानी इस उपक्रममें सम्मिलित हुए थे । १९ मईको भवन स्थित देवताओंके सभी फर्श हटाए जानेकी बात निदर्शनमें आयी ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात