गायकवाडी-निपाणी (कर्नाटक) में ‘हिन्दू धर्मजागृति सभा’ एवं ‘श्रीराम सेना शाखा का उद्धाटन’ समारोह संपन्न !
निपाणी-बेलगांव (कर्नाटक) : हिन्दू धर्म एवं संस्कृति की रक्षा तथा हिन्दू समाज सुशिक्षित एवं आनंदी रहने हेतु आज ‘हिन्दू धर्मजागृति’ की आवश्यकता है !
इसलिए श्रीराम सेनाद्वारा गांव गांव में धर्मजागृति सभाओंका आयोजन किया जा रहा है। हिन्दुओंके हित के लिए ‘हिन्दू राष्ट्र’ अनिवार्य है, श्रीराम सेना के बेलगांव जिलाध्यक्ष श्री. रमाकांत कोंडुस्करद्वारा ऐसे स्पष्ट मत, यहांपर आयोजित की गई धर्मसभा में व्यक्त किये गये।
गायकवाडी में २६ अक्तूबर को ‘श्रीराम सेना की शाखा के उद्धाटन’ के अवसर पर आयोजित ‘हिन्दू धर्मजागृति सभा’ में वे बोल रहे थे।
इस कार्यक्रम में १ सहस्र ५०० जिज्ञासु उपस्थित थे। इस अवसर पर प.पू. प्राणिंलग महास्वामीजी एवं हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. राजन बुणगे भी उपस्थित थे।
आरंभ में मान्यवरोंके शुभहाथों गोमाता का पूजन किया गया। तदुपरांत मान्यवरोंके हाथों दीपप्रज्वलन एवं छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को पुष्पहार चढ़ा कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस समय गणेश मंदिर के सामने स्थित ध्वजस्तंभ का अनावरण भी किया गया। साथ ही गायकवाडी बसस्थानक के समक्ष स्थित श्रीराम सेना के फलक का अनावरण प.पू. प्राणालिंग स्वामीजी के शुभहाथों किया गया। गांव के प्रमुख मार्ग से विशाल शोभायात्रा निकाली गई।
श्री. रमाकांत कोंडुस्कर ने आगे कहा…
१. राष्ट्र एवं धर्म पर होनेवाले अन्याय के विरोध में प्रतिकार करने का अधिकार राष्ट्रमाता जिजाऊ एवं छत्रपति शिवाजी महाराज ने ही दिया है। शासकीय यंत्रणा एवं शासन हम से यह अधिकार नहीं छीन सकते !
२. युवकोंके अंतःकरण में राष्ट्रभक्ति निर्माण करने हेतु ही श्रीराम सेना ऐसी सभाओंके माध्यम से ‘राष्ट्रभक्ति की ज्वाला’ प्रज्वलित कर रही हैं !
३. लवजिहाद, भूमिजिहाद, आतंकवाद, भ्रष्टाचार, बलात्कार, धर्मपरिवर्तन तथा बमविस्फोट आदिद्वारा ‘राष्ट्र एवं धर्म’ पर हो रहें आक्रमणोंके विरोध में जनजागृति करने हेतु हमें शासन से की अनुमति की प्रतीक्षा करनी पडती है। यहां से आगे शासन की ऐसी कोई भी ‘दमननीति’ श्रीराम सेना, सहन नहीं करेगी !
समाधी मठ के प. पू. प्राणिंलग स्वामींजी ने बताया कि, ‘राम’ शब्द में बहुत शक्ति है ! सभी ने इस ‘राम नाम’ की शक्ति ग्रहण कर ‘राष्ट्र एवं धर्म’ की रक्षा करनी चाहिए !
अन्य सूत्र ….
१. हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. राजन बुणगे ने भी उपस्थित धर्माभिमानियोंको मार्गदर्शन किया !
२. धर्माभिमानी श्री. श्रीनिवास पोवार (बुधीहाळ) को सम्मानित किया गया !
३. इस कार्यक्रम की सफलता के लिए, ‘गणेश युवक मंडल, विघ्नहर्ता युवक मंडल, सिंहगर्जना युवक मंडल, शिवप्रेमी युवक मंडल एवं स्वराज्य ग्रुप’द्वारा विशेष प्रयास किए गए !
४. ‘लोंढा दंगे’ की पार्श्वभूमि पर कोई अनुचित घटना न हो, इस हेतु गायकवाडी के साथ निपाणी परिसर में पुलिसद्वारा की गई व्यवस्था के कारण इस परिसर को एक ‘छावनी’ का स्वरूप प्राप्त हो गया था !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात