इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के आतंकवादियोंने अब प्रचलित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के स्थान पर कम प्रचलित माध्यमोंका उपयोग शुरू कर दिया है।
अमेरिकी रिसर्च ग्रुप मिडल ईस्ट मीडिया इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार इस्लामिक आतंकी संगठनोंने बर्लिन की एक कंपनीद्वारा बनाए गए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम का उपयोग शुरू कर दिया है।
इसके जरिए वो अपनी मानसिकता का प्रचार कर रहे हैं। आतंकियोंकी भर्ती के लिए भी इसका उपयोग किया जा रहा है।
टेलीग्राम में इस्लामिक स्टेट से संबंधित चैनल्स के फॉलोअर्स की संख्या पिछले कुछ सप्ताह में तेजी से बढ़ी है। आपको बता दें कि टेलीग्राम मैसेंजर को एक रूसी प्रोग्रामर ने बनाया है।
इसकी खासियत है कि यह वो अपने यूजर्स की पहचान को उजागर नहीं करता है। जबकि ट्विटर, फेसबुक तथा दूसरे स्थापित प्लेटफॉर्म्स पर अपनी पहचान को जाहिर न करना असंभव है।
टेलीग्राम के चैनल्स की मॉनिटरिंग न होने की वजह से इस्लामिक स्टेट तथा उनके समर्थकोंने इसे अपना ठिकाना बनाया है। आतंकवादियोंके बीच यह प्लेटफॉर्म तेजी से प्रचलित हो रहा है तथा जिहाद जैसी गतिविधियोंके लिए यह बहुत सरल मार्ग बनता जा रहा है।
स्त्रोत : नई दुनिया