ज्येष्ठ शुक्लपक्ष १, कलियुग वर्ष ५११६
८० से अधिक धर्माभिमानियोंका उत्स्फूर्त सहभाग
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ठाणे सर्वोच्च न्यायालयके आदेशका सम्मान रखने हेतु तथा ध्वनिप्रदूषण रोकने हेतु मस्जिदोंपर लगे ध्वनिवर्धक स्थायीरूपसे बंद करें, इस मांग हेतु २४ मईको सायं राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलनकी ओरसे ठाणे रेल स्थानकके बाहर आंदोलन किया गया । इस अवसरपर इस पद्धतिसे अपराध करनेवालोंपर अभियोग प्रविष्ट कर उन्हें दंड दिया जाए, ऐसी एकमुखी मांग भी की गई ।
इस आंदोलनमें ८० से अधिक धर्माभिमानी हिंदू स्म्मिलित हुए थे । आंदोलनमें भाजपाके कल्याण शहर उपाध्यक्ष डा. उपेंद्र डहाके, हिंदू महासभाके श्री. राकेश हिंदुस्थानी, विहिंपके ठाणे शहर सहमंत्री श्री. विजय खंडाळी, बजरंग दलके मुंब्रा नगर संयोजक सर्वश्री मोतीराम गोंधळी, आदित्य देशमुख, सुजीत गुप्ता, कल्याण अय्यप्पा समाज संघके अनंत कुमार, उडान वेलफेयर एसोसिएशनके दीपक त्रिपाठी, हिन्दू जनजागृति समितिके ठाणे जिला समन्वयक विश्वनाथ कुलकर्णी, सनातन संस्थाकी श्रीमती वैशाली कोथमिरे आदि मान्यवर सम्मिलित हुए थे ।
मान्यवरोंका उद्बोधक विचारधन !
सर्वोच्च न्यायालयके आदेशकी कार्यवाही न होनेमें कांग्रेस संयुक्त प्रशासन ही उत्तरदायी !- डा. उपेंद्र डहाके, कल्याण शहर उपाध्यक्ष, भाजपा
सर्वोच्च न्यायालयके आदेशकी कार्यवाही न होनेमें पूरी तरहसे कांग्रेस संयुक्त प्रशासन ही उत्तरदायी है । कल्याणमें बकरी ईदको मुसलमानोंको कष्ट न हों, इसलिए दुर्गाडी किला स्थित देवीका मंदिर बंद किया जाता है, घंटा बांधकर रखा जाता है । तो मुसलमानों हेतु अलग न्याय क्यों ? अपने-अपने परिसरके अवैध ध्वनिवर्धकोंपर कार्यवाही करें, इस मांग हेतु सभी हिंदुओंको संघटित होकर पुलिसमें परिवाद प्रविष्ट करना चाहिए ।
कानूनी कार्यवाही करने हेतु प्रशासन तथा पुलिसको बाध्य करें ! – सुुजीत गुप्ता, बजरंग दल
यह आंदोलन केवल कुछ लोगों हेतु न होकर संपूर्ण जनता हेतु है । यह विषय धार्मिक न होकर सामाजिक है । अत: अधिकसे अधिक लोग इस आंदोलनमें सम्मिलित होकर कानूनी कार्यवाही करनेपर प्रशासन तथा पुलिसको बाध्य करें ।
प्रशासन हिंदुहितमें निर्णय करें ! – राकेश हिंदुस्थानी, हिंदू महासभा
जात, पात, संगठन छोडकर सभी हिंदू संगठित होनेके कारण इस चुनावमें हिंदुत्ववादी प्रशासन चुनकर आया । अत: प्रशासन हिंदुहितमें निर्णय करे तथा दिए गए आश्वासनोंकी पूर्ति करे, ऐसा कहा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात