ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष द्वितीया, कलियुग वर्ष ५११६
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इस्लामाबाद : मुंबई आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। पाकिस्तान में हजारों लोगों की एक रैली को संबोधित करते हुए सईद ने भारत के खिलाफ जिहाद छेड़ने की बात कही।
इस्लामाबाद के आबपारा चौक पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के मुख्यालय से महज चंद कदम दूर सईद जब ये बातें कह रहा था तो उसके साथ आईएसआई के पूर्व प्रमुख हामिद गुल भी मौजूद थे।
उधर, पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद के आरोपों से जुड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर पंजाब प्रांत की असेंबली में बवाल हो गया। असेंबली में मोदी के खिलाफ प्रस्ताव लाने की कोशिश की गई।
भारत के खिलाफ आग उगलते हुए सईद ने कहा, 'भारत के कब्जे से कश्मीर को छुड़ाने के लिए भारत के खिलाफ अंतिम जिहाद छेड़ने का वक्त आ गया है। क्या आप लोग कश्मीरी भाई-बहनों की मदद करने को तैयार हैं? क्या आप इस काम में मेरी सहायता करेंगे?'
सईद की इन बातों को सुनकर वहां मौजूद करीब १० हजार लोगों ने उसको मदद का आश्वासन दिया। लोगों ने एक सुर में कहा, 'कदम बढ़ाओ हाफिज सईद, हम तुम्हारे साथ हैं।'
बुधवार को पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण की १६वीं वर्षगांठ थी। इस मौके पर सईद ने तकबीर सम्मेलन का आयोजन किया था। इस मौके पर उसने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की हालिया भारत यात्रा पर भी निशाना साधा। उसने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होकर शरीफ ने कश्मीरी जनता के साथ धोखा किया है। सईद ने कहा, 'मिस्टर प्राइम मिनिस्टर, नरेंद्र मोदी के साथ हाथ मिलाकर आपने कश्मीर की जनता की पीठ में छुरा घोंपा है। कश्मीरी आपको कभी माफ नहीं करेंगे।'
शरीफ की आलोचना करने के साथ सईद ने पाकिस्तानी सरकार को सलाह भी दी। उसने कहा कि शरीफ सरकार को भारत के साथ अपने प्रेम प्रसंग को आगे बढ़ाने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करना निरर्थक है।
पाकिस्तान की पंजाब असेंबली में मोदी विरोधी प्रस्ताव
लाहौर : पाकिस्तान में पंजाब सूबे की असेंबली में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश किया गया है। स्पीकर राणा इकबाल ने इस प्रस्ताव पर बहस की इजाजत नहीं दी। इस पर विपक्ष ने भारत विरोधी नारे लगाए।
विपक्ष के नेता महमूदुर रशीद ने स्पीकर पर परोक्ष रूप से नरेंद्र मोदी का समर्थन करने का आरोप लगाया। इसके बाद समूचा विपक्ष सदन से वॉकआउट कर गया। पंजाब में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल (एन) की सत्ता है। नवाज के भाई शाहबाज मुख्यमंत्री हैं।
प्रस्ताव में कहा गया था कि मोदी ने पाकिस्तान पर सीमा पार से आतंक फैलाने का आरोप लगाया है। इसके लिए उनकी कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए।
प्रस्ताव में मांग की गई थी कि भारत सरकार बलूचिस्तान में आतंकियों को वित्तीय और तकनीकी मदद देना बंद करे। भारत कश्मीर से अवैध कब्जा हटाए। पाकिस्तान के सद्भावना प्रदर्शन को भारत उसकी कमजोरी न समझे। बातचीत गंभीरता से करे।
प्रस्ताव प्रमुख विपक्षी दलों ने रखा था। इनमें क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ, जरदारी की पीपीपी, पीएमएल क्यू तथा जमात-ए-इस्लामी शामिल हैं। ये ३७२ सदस्यों वाले सदन में मोदी-विरोधी प्रस्ताव पारित करवाना चाहते थे।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर