ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष चतुर्थी , कलियुग वर्ष ५११६
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संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र ने १०६ शांति सैनिकों को सम्मानित किया है। इनमें आठ भारतीय हैं। इन सैनिकों की शांति अभियानों में मृत्यु हो गई थी। भारत ने इस बात पर जोर दिया है कि सुरक्षा परिषद को समस्याग्रस्त देशों में राजनीतिक स्थिति में सुधार लाने के लिए काम करना चाहिए। शांति सैनिकों का अभियान अस्थिरता का समाधान नहीं है।
बृहस्पतिवार को शांति सैनिकों के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने शांति सैनिकों के लिए बनाए गए नए स्मारक पर माल्यार्पण किया। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि अशोक कुमार मुखर्जी इस अवसर पर उपस्थित थे। इसके बाद बान ने एक समारोह की अध्यक्षता की जिसमें १०६ शांति सैनिकों को कर्त्तव्य पालन के दौरान साहस और बलिदान के लिए प्रतिष्ठित डैग हैमरस्कजोल्ड मेडल प्रदान किया गया। इस पदक का नाम संयुक्त राष्ट्र के दूसरे प्रमुख के नाम पर रखा गया है। भारतीय सैनिकों की ओर से मेडल मुखर्जी ने ग्रहण किया। इन सैनिकों ने संयुक्त राष्ट्र मिशन में प्राण न्योछावर कर दिए थे।
इनमें हरियाणा के तीन वीर सपूत शामिल हैं। इन भारतीय सैनिकों में दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन में शामिल रहे महेंद्रगढ़ जिले के सुरहेती पिलानिया निवासी लेफ्टिनेंट कर्नल महिपाल सिंह, लांस नायक नंद किशोर जोशी, हवलदार हीरालाल, नायब सूबेदार शिव कुमार पाल और हवलदार भरत ससमाल शामिल हैं। मेडल पाने वालों में भिवानी जिले के चरखी दादरी निवासी सूबेदार धर्मेश सांगवान और गुड़गांव के भौंडसी निवासी कुमार पाल सिंह भी शामिल हैं, जिनकी पिछले वर्ष १९ दिसंबर को अकाबो में ड्यूटी के दौरान शहादत हो गई थी। इनके अलावा सिपाही रामेश्वर सिंह को भी मेडल प्रदान किया गया है। वह कांगो में संयुक्त राष्ट्र मिशन में तैनात थे और फरवरी, २०१३ में शहीद हो गए थे।
इनके अलावा सिपाही रामेश्वर सिंह को भी मेडल प्रदान किया गया है। वह कांगो में संयुक्त राष्ट्र मिशन में तैनात थे और फरवरी, २०१३में मारे गए थे।