हम राजस्थान सरकार के इस निर्णय का अभिनंदन करते है । अब सरकार ने हिन्दुआें को धर्मशिक्षा देने के लिए भी प्रयास करने चाहिए । साथ ही राजस्थान सरकार के इस निर्णय का देश के अन्य भाजपा सरकारवाले राज्यों ने और केंद्र सरकार ने आदर्श लेना चाहिए । – हिन्दूजागृति
राजस्थान की वसुंधरा सरकार ने पाठशाला की शिक्षा में बदलाव के अंतर्गत सरकारी पुस्तकोंसे उर्दू कविताओं और लघु कहानियों को हटाने का फैसला किया है।
सूत्रों के अनुसार जो कहानियां किताबों से हटाई जा रही है उनमें एक दिन की बादशाहत और अजमेर की सैर शामिल है जिन्हें कक्षा ५ में पढ़ाया जाता है।
पाठशाला के शिक्षा में परिवर्तन के अंतर्गत राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार ने यह निर्णय लिया है। सरकार का उद्देश्य है कि स्थानीय संस्कृति को बढावा दिया जाए । यह निर्णय राज्य की पाठ्यक्रम निर्धारण समिति ने किया है । समिति के एक सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, जिन कथाआें और कविताओं को हटाने का निर्णय लिया गया है उनमें उर्दू शब्दों की भरमार थी, जिन्हें समझने में विद्यार्थियों को समस्या आती थी । साथ ही इन पाठ्यक्रमों में एक समुदाय विशेष के रीति-रिवाजों और संस्कृति का उल्लेख था, जो हमारी नीति के अनुसार नहीं है ।
स्त्रोत : अमर उजाला