कर्नाटक के बेलगांव में जनसंवाद सभा संपन्न !
बेलगांव (कर्नाटक) : मालेगांव बमविस्फोट प्रकरण में बंदी बनाई गई साध्वी प्रज्ञासिंह और अन्य हिन्दुत्ववादियोंपर राष्ट्रीय अनवेषण यंत्रणा ने अभी तक आरोपपत्र प्रविष्ट नहीं किया। उन्हें बंदी बनाकर अब ६ वर्ष बीत गए हैं, फिर भी उन पर आरोपपत्र प्रविष्ट नहीं कर सके ! ऐसा है, तो उन्हें न्याय कब मिलेगा और इतने विलंब से न्याय मिलनेपर उसे ‘न्याय’ कैसे कहा जाएगा ?
बंदी की कालावधि में साध्वी प्रज्ञासिंह को अलाश्घ्य गालीगलौच की गई और उनको पीटा भी गया। उन्हें अश्लील चित्रफितें दिखाई गई। इतना ही नहीं, हिन्दुओंपर अत्याचार करनेवाले अधिकारियोंको बढती भी दी गई !
हिन्दुओंको प्रयत्नपूर्वक लक्ष्य किया जा रहा है, अभी, अब भी हिन्दू शांत रहे, तो वह आत्मघात ही होगा !
हिन्दुओंको इस तरह से कारागृह में कुचल दिया जाता है, तो ऐसा अब नहीं चलेगा !
हिन्दू धर्माभिमानी सडकपर उतरकर वैध मार्ग से आवाज उठाएंगे, ऐसा कहने का समय अब आ चुका है, ऐसा प्रतिपादन सनातन संस्था के श्री. अभय वर्तक ने किया। वे यहांपर हुई जनसंवाद सभा में बोल रहे थे।
इस समय व्यासपीठपर सनातन संस्था की पू. (कु.) स्वाती खाड्ये, हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता श्री. चेतन मणेरीकर और हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. गुरुप्रसाद उपस्थित थे।
इस सभा में ५५० से अधिक हिन्दू उपस्थित थे।
‘सनातन आश्रम’ जैसी पवित्र वास्तु देखने के लिए अवश्य आएं ! – पू. (कु.) स्वाती खाड्ये, सनातन संस्था
सनातन के ‘रामनाथी आश्रम’ को भेंट देनेपर आप को अध्यात्मप्रसार, राष्ट्ररक्षा एवं धर्मजागृति के संदर्भ में किये गये कार्य की कल्पना अधिक स्पष्ट होगी।
‘सनातन के आश्रम’ रामराज्य की अर्थात ‘हिन्दू राष्ट्र’ की छोटी प्रतिकृति है !
इसलिए यह पवित्र वास्तु देखने के लिए अवश्य आएं।
‘हिन्दुत्व’ का स्वाभिमान बतानेवाले हिन्दू राष्ट्र की मांग करें ! – श्री. गुरुप्रसाद, हिन्दू जनजागृति समिति
आज भारत में कांग्रेसी सत्ता ने यह ‘निधर्मीवाद’ लाकर हिन्दुओंकी अनगिनत हानि कर उन्हें नंपुसक बनाने का ही काम किया !
इसीलिए आज भारत में निधर्मीवाद के नामपर अल्पसंख्यकोंकी चापलूसी और हिन्दुओंपर अन्याय किया जा रहा है। हज यात्रा के लिए ८२६ करोड रुपयोंका अनुदान दिया जाता है, तो नासिक कुंभमेले के लिए प्रत्येक हिन्दू को रेल टिकट में १५ रुपयोंका अधिभार लगाया जाता है !
संविधान में ‘गोवध’पर प्रतिबंध होने पर भी आज भी संपूर्ण भारत में गोहत्याप्रतिबंध कानून नहीं हो पाता। बाबर ने ध्वस्त किया गया श्रीराम का मंदिर आज भी पुनर्निर्माण की प्रतीक्षा कर रहा है ! काशी विश्वेश्वर का नंदी शिवजी के पास नहीं है। ये इसी के कुछ उदाहरण हैं।
क्या यही है, हमारे क्रांतिकारियोंके बलिदान से हमें मिली स्वतंत्रता ?
यदि यह हमें अपेक्षित धर्मनिरपेक्षता नहीं होगी, तो हिन्दुत्व का स्वाभिमान कहलवानेवाले ‘हिन्दू राष्ट्र’ की मांग हमें करनी ही होगी !
हिन्दू विधिज्ञ परिषद हिन्दुओंपर होनेवाले अन्याय के विरोध में वैधानिक सहायता कर न्याय प्राप्त करवाती है ! – अधिवक्ता श्री. चेतन मणेरीकर, हिन्दू विधिज्ञ परिषद
हिन्दू समाज पर होनेवाले अन्याय के विरुद्ध वैधानिक सहायता कर उन्हें न्याय प्राप्त करवाने का कार्य हिन्दू विधिज्ञ परिषद कर रही है।
परिषद की स्थापना के दिन से अधिवक्ता हिन्दुत्ववादी संगठनोंके कार्य में समय-समयपर सहायता कर हिन्दू समाज में आत्मविश्वास उत्पन्न करने का प्रयत्न कर रहे हैं।
इसी के एक भाग के रूप में प्रार्थनास्थलोंपर लगाए भोंपु निकालने के लिए वैधानिक सहायता, गोहत्या के संदर्भ में वैधानिक प्रावधानों संबंधी संगठनोंका मार्गदर्शन, लव जिहाद संबंधी कानून के माध्यम से सहायता, अनधिकृत प्रार्थनास्थल गिराने के लिए शासन के संपर्क में रहना, बांग्लादेशी घुसपैठियोंको भारत से निकाल बाहर करने हेतु वैधानिक सहायता लेने का प्रयत्न, हिन्दू धर्म, देवता, संतोंका अनादर रोकने हेतू पुलिस कार्यवाही करना, झूठे पुलिस अभियोग में फंसे निर्दोष हिन्दुओंकी सहायता करना, ऐसे विविध प्रकार के अनेक कार्य हिन्दू विधिज्ञ परिषद कर रही है।
उपस्थित हिन्दुत्यवादी संगठन और मान्यवर
श्री शिव प्रतिष्ठान के श्री. विश्वनाथ पाटील, बजरंग दल (बेळगुंदी), धर्माभिमानी श्री. सतीश गावडा, बेलगांव सेवा संगठन के श्री. पांडुरंग धोत्रे, दैवज्ञ युवा संगठन के श्री. विनायक कणबरकर, योग वेदांत समिति के श्री. नागेंद्र लांडे, कर्तव्य महिला मंडल की श्रीमती अक्काताई सुतार, श्रीराम सेना के जनपद प्रमुख श्री. रमाकांत कोंडुसकर
विशेष : बेलगांव के दैवज्ञ ब्राह्मण युवा संगठन के सर्वश्री विनायक कणबर्गी, हेमंत मुतकेकर, चेतन शिरोडकर, रवी कलघटगी, परितोष पोतदार की ओर से श्री. अभय वर्तक को ‘शौर्य पुरस्कार’ मिलने के कारण उनका सत्कार किया गया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात