हरियाणा की नई शिक्षा नीति पर चंडीगढ में आयोजित पहले राज्य स्तरीय परामर्शदाताआें की बैठक में अध्यक्ष, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर उपस्थित थे ।
इसमें सह अध्यक्ष तथा हरियाणा के सरकारी पाठशाला और उच्च शिक्षा सलाहकार दीनानाथ बत्रा ने कहा कि, मैं न केवल राज्य में, अपितु पूरे देश में शिक्षा का भगवाकरण करना चाहता हूं । उन्होंने आगे कहा कि, भगवाकरण की परिभाषा किसी एक समुदाय अथवा धर्म से जुड़ी हुई नहीं है । भगवाकरण का अर्थ ऐसी सोच से है, जो व्यक्ति को एक अलग पहचान देती है । भगवा, लाल और पीले रंग के मेल से बनता है । लाल जहां शौर्य का प्रतीक है, वहीं पीला धैर्य और संपन्नता का प्रतीक है । इसीलिए, हमें इस प्रकार की शिक्षा चाहिए । मै इसके लिए प्रयासरत हूं और भगवाकरण लाकर रहूंगा।
परंतु बत्रा ने इस आरोप को नहीं माना कि उनकी योजना संघ की नीति का एक भाग है ।
बत्रा ने आगे कहा कि, श्रीमद्भागवत गीता में से १८ सर्वश्रेष्ठ श्लोकों का चयन किया है। इन सभी श्लोकों को पाठ्यक्रम में शामिल किया जा रहा है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर