अद्ययावत
- हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा भेजे गए निषेध पत्रका केन्द्रीय चलचित्र परिनिरीक्षण मण्डलद्वारा पन्जीकरण ! (२७ जून २०१४)
- राष्ट्रध्वजका अवमान करनेवाले ‘डर्टी पॉलिटिक्स’ चलचित्रको हिंदु जनजागृति समितिका विरोध ! (६ जून २०१४)
२७ जून २०१४
हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा भेजे गए निषेध पत्रका केन्द्रीय चलचित्र परिनिरीक्षण मण्डलद्वारा पन्जीकरण !
‘डर्टी पॉलिटिक्स’ चलचित्रके माध्यमसे राष्ट्रध्वजका अनादर !
मुंबई – के.सी.बोकाडिया दिग्दर्शित आगामी हिंदी चलचित्र ‘डर्टी पॉलिटिक्स’में मल्लिका शेरावत नायिकाने अपने नग्न देहके चारों ओर तिरंगा लपेटकर राष्ट्रध्वजका अनादर किया है । यह ज्ञात होते ही हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा चलचित्र परिनिरीक्षण मण्डलको २ जूनको निषेध पत्र भेजकर चलचित्रको प्रमाणपत्र न देनेकी मांग की गई थी ।
१. समितिके समन्वयक श्री. शिवाजी वटकरने मण्डलके मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री. राकेशकुमारको सम्पर्क करनेपर उन्होंने कहा कि यह चलचित्र अबतक प्रमाणपत्रके लिए नहीं आया है । श्री. वटकरने मण्डलसे यह भी कहा था कि मण्डल राष्ट्रध्वजका अवमान रोककर चलचित्रसे यह आपत्तिजनक अंश हटा दे अथवा प्रमाणपत्र न दे तथा उसी अनुरूप हमें लिखितस्वरूपमें सकारात्मक उत्तर भेजे ।
२. ९ जूनको श्री. रूपेश कुमारने समितिको लिखितरूपमें पत्र भेजकर कहा कि मण्डलद्वारा समितिके लेखनकी प्रविष्टिकी गई है तथा कथित चलचित्रके प्रमाणपत्रकी प्राप्तिके लिए अबतक आवेदन पत्र नहीं आया है ।
३. चलचित्रके विज्ञापनमें राष्ट्रध्वजका अवमान किया गया है । इसलिए हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा राष्ट्राभिमानियोंको आवाहन किया जा रहा है कि सम्बन्धित व्यक्तियोंके विरुद्ध पुलिस थानेमें परिवाद प्रविष्ट कर पुलिसको उनपर कार्यवाही करनेपर विवश करें ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
६ जून २०१४
राष्ट्रध्वजका अवमान करनेवाले ‘डर्टी पॉलिटिक्स’ चलचित्रको हिंदु जनजागृति समितिका विरोध !
राष्ट्रध्वजका अवमान रोकने हेतु तत्परतासे प्रयास करनेवाली सर्वत्रकी हिंदुनिष्ठ संगठन हिंदु जनजागृति समितिका आदर्श लें !
मुंबई – के.सी. बोकाडिया दिग्दर्शित ‘डर्टी पॉलिटिक्स’ आगामी हिंदी चलचित्रमें अभिनेत्री मल्लिका शेरावतने अपने नग्न देहके चारो ओर तिरंगा गुंडेलकर राष्ट्रध्वजका अवमान किया है । यह ज्ञात होते ही हिंदु जनजागृति समितिद्वारा चलचित्र परिनिरीक्षण मंडलको निषेधपत्र भेजकर इस चलचित्रको प्रमाणपत्र न देनेकी मांग की गई है । ‘प्रिवेंशन ऑफ नैशनल ऑनर एक्ट १९५’ एवं १९७१ के अनुसार यह अपराध है । राष्ट्रध्वज अर्थात उसका चित्र, छायाचित्र, रंगकाम तथा उसका कोई भी हिस्सा अथवा तिरंगासदृश वस्तू अथवा रूपक है । इस पत्रमें कहा गया है कि इस प्रकारसे राष्ट्रध्वज नग्न देहपर गुंडेलकर अश्लील हरकतें करना गंभीर अपराध है । इस पत्रमें समितिके ‘राष्ट्रध्वजका सम्मान करे’ आंदोलनकी जानकारी दी गई है ।
राष्ट्रप्रेमी नागरिक आगे दिए क्रमांकपर निषेध अंकित कर रहे हैं ।सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन, भारत भवन, ९१ ई, चलचित्रके वालकेश्वर रोड, मुंबई ४ |
इस संदर्भमें समितिके समन्वयक श्री. शिवाजी वटकरने परिनिरीक्षण मंडलके मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री. राकेशकुमारसे दूरभाषपर संपर्क किया । श्री. राकेशकुमारने बताया कि यह चलचित्र अबतक प्रमाणपत्रके लिए नहीं आया है । श्री. वटकरने कहा कि जून २०१४ में यह चलचित्र प्रसारित हो रहा है, ऐसा समाचार मिला है । अबतक समितिद्वारा अनेक निषेधपत्र भेजे गए हैं । तब भीr मंडलकी ओरसे सकारात्मक प्रतिसाद नहीं मिल रहा है । आप प्रमाणित उत्तर देकर चलचित्रके माध्यमसे देवी-देवताओंका विडंबन एवं धर्महानि चालू ही रखा है । अब तो राष्ट्रध्वजका अवमान रोककर मंडलने चलचित्रसे कथित आक्षेपार्ह भाग हटा देना चाहिए अथवा प्रमाणपत्र नहीं देना चाहिए । हमें वैसा लिखित रूपमें सकारात्मक उत्तर दें । इसपर श्री. राकेशकुमारने आश्वासन देते हुए कहा कि हम प्रमाणपत्र देते समय यह ध्यानमें रखकर वैसा आपको उत्तर देंगे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात