ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष त्रयोदशी , कलियुग वर्ष ५११६
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यूपी की राजधानी लखनऊ की जिला जेल में बंद अपराधी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर लिखी किताब 'डोंगरी टू दुबई' पढ़ रहे थे। शासन के आदेश पर पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने शनिवार दोपहर जिला जेल पर छापा मारा।
मेन गेट खुलते ही अफसरों की टीम सर्किल नंबर-एक में पहुंची। बंदियों की तलाशी और पूछताछ के साथ बैरक खंगाली। इसमें आपत्तिजनक सामान के साथ एक किताब नजर आई। दाऊद इब्राहिम पर लिखी 'डोंगरी टू दुबई' पुस्तक देख चौंके अधिकारियों ने बंदियों से पूछताछ की। पता चला कि हत्या के मामले में निरुद्ध एक बंदी के परिचित ने मुलाकात के दौरान किताब दी थी। इस बंदी से गहन पूछताछ के आदेश दिए गए हैं।
अफसरों ने विभिन्न वस्तुओं की बरामदगी को लेकर जेल अधीक्षक दधिराम मौर्य से जवाब-तलब किया। उन्होंने सफाई दी कि नियमानुसार बंदियों को बीड़ी पीने की सुविधा है। इसे जलाने के लिए पुराने जमाने में बैरक के पास सुतली सुलगाकर टांग दी जाती थी। इस जवाब पर प्रभारी डीएम ने नाराजगी जताई।
अफसरों ने दो घंटे की छानबीन में ना तो हाई सिक्योरिटी बैरक की तरफ रुख किया और न ही कोरंटाइन बैरक का निरीक्षण किया। जेल अधीक्षक के मुताबिक, हाई सिक्योरिटी बैरक में 50 बंदी हैं और नए बंदियों को रखने वाली कोरंटाइन बैरक में करीब दो सौ बंदी हैं। उन्होंने कहा कि हाई सिक्योरिटी बैरक सीसीटीवी कैमरे से कवर होने के नाते बंदियों की गतिविधियों पर सीधी नजर रहती है।
स्त्रोत : आज तक