विक्रोली, डोंबिवली, पेण एवं कोल्हापुर में हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंद्वारा राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन !
गोरक्षकोंपर होनेवाले बढते आक्रमणोंको देखते हुए स्पष्ट है कि, सुनियोजित रूप से उन्हें समाप्त करने का षडयंत्र रचा जा रहा है !
कसाईयोंद्वारा आक्रमण किए जाते समय गोरक्षकोंकी रक्षा करने के लिए पुलिस पर्याप्त नहीं है। कानून के अनुसार गोमाता की रक्षा हेतु अपने प्राण संकट में डालनेवाले गोरक्षकोंको अपनी सुरक्षा के लिए शस्त्र पास में रखने की अनुज्ञप्ति मिलनी चाहिए।
ये आक्रमण रोकने हेतु शासनद्वारा निश्चित कदम उठाए जाने एवं देवी-देवताओंके छायाचित्र छाप कर उनका अपमान एवं प्रदूषण करनेवाले पटाखोंपर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग के लिए ७ एवं ८ नवंबर को क्रमशः डोंबिवली (पूर्व) एवं विक्रोली पूर्व रेलस्थानक के बाहर तथा पेण एवं कोल्हापुर में राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन किया गया।
इस अवसर पर भारी मात्रा में विविध संगठनोंके कार्यकर्ता सम्मिलित हुए थे।
इस समय केंद्र शासन को प्रदूषण उत्पन्न करनेवाले एवं आस्था स्थानोंका अपमान करनेवाले पटाखोंपर स्थाई रूप से प्रतिबंध लगाने की चेतावनी भी दी गई।
डोंबिवली (जिला ठाणे)
. . . उस समय प्रसारमाध्यम कहां थे ? – श्री. सुशील तिवारी, स्वराज्य हिन्दू सेना, कल्याण
दादरी हत्याकांड की चर्चा घर घरमें शुरू है। दादरी का सूत्र प्रसारमाध्यमोंद्वारा भारी मात्रा में प्रसारित किया गया; परंतु कर्नाटक में गोरक्षक प्रशांत पुजारी की हत्या के समय प्रसारमाध्यम कहां थे ? प्रसारमाध्यमोंद्वारा बतया गया सभी सत्य नहीं होता, इसलिए उसकी जांच करनी चाहिए।
. . . उस समय ये साहित्यकार कहां थे ? – श्री. गणेश मोरे, धर्माभिमानी
देवी-देवताओंके छायाचित्रवाले पटाखोंको जलाना अनुचित है।
दादरी प्रकरण में जिस समय धर्मांधोंकी हत्या की गई, उस समय साहित्यिकारोंने अपना पुरस्कार लौटाया; परंतु, प्रशांत पुजारी की हत्या के समय ये साहित्यकार कहां गए थे ?
उपस्थित संगठन : स्वराज्य हिन्दू सेना, राष्ट्रीय छावा संगठन, सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति
क्षणिकाएं
१. डोंबिवली के आंदोलन में अनेक पुलिस उपस्थित थे।
२. हस्ताक्षर उपक्रम में एक रिक्शाचालक संगठन के अध्यक्ष ने अन्य रिक्शाचालकोंको भी सम्मिलित किया गया।
विक्रोळी (मुंबई)
गोरक्षा करनेवालोंको शासन की सहायता क्यों नहीं ? – श्री. प्रभाकर भोसले, श्रीशिवकार्य प्रतिष्ठान-विक्रोळी
बजरंग दल के गोरक्षक श्री. प्रशांत पुजारी की हत्या करनेवालोंपर त्वरित कठोर कार्यवाही करें।
पिछले ६४ वर्षों में कांग्रेस के कार्यकाल में हिन्दुत्वनिष्ठोंपर बहुत आक्रमण किए गए। आज भी गोरक्षकोंपर आक्रमण किए जा रहे हैं। एक तरफ, दादरी प्रकरण में मुसलमान को ४५ लाख एवं दूसरी ओर गोरक्षा करनेवालोंको शासनद्वारा एक रुपये की भी सहायता नहीं की जाती।
हिन्दू देवी-देवताओंके छायाचित्रवाले पटाखोंपर त्वरित प्रतिबंध लगाना चाहिए ! – श्री. राजीव कदम, अध्यक्ष हिन्दू एकता संघर्ष समिति
हिन्दू समाज की सहिष्णुता का अपलाभ न उठाएं !
पटाखोंके माध्यम से हिन्दुओंके ही देश में हिन्दू देवी-देवताओंका होनेवाला विडंबन रुकना चाहिए। ऐसे छायाचित्रवाले पटाखोंपर शासन को त्वरित प्रतिबंध लगाना चाहिए।
उपस्थित संगठन : श्री शिवकार्य प्रतिष्ठान, मोरया प्रतिष्ठान, स्वराज्य युवा प्रतिष्ठान, हिन्दू एकता संघर्ष समिति, ग्रेट मराठा ढोल ताशा पथक, अरुणोदय मित्र मंडल, बजरंग दल, ओंकार बालमित्र मंडल-टागोरनगर, ब्लु बर्ड मित्र मंडल, विश्व हिन्दू परिषद, सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति आदि संगठनोंके कार्यकर्ता एवं अन्य धर्माभिमानी
जलगांव
गोमाता एवं गोरक्षकोंको कष्ट देनेवाले लोगोंको ईश्वर ही दंड देगा ! – ह. भ. प. गजानन महाराज राजपूत (वरसाडेकर)
जलगांव – ह. भ. प. गजानज महाराज राजपूत (वरसाडेकर) ने अपने मार्गदर्शन में कहा कि, जो लोग गोमाता एवं गोरक्षकोंको कष्ट दे रहे हैं, उन्हें ईश्वर दंड देगा।
इस अवसर पर उन्होंने एक प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा कि धर्मसम्राट करपात्र स्वामीजी ने गोमाता की रक्षा हेतु गोरक्षकोंका बडा आंदोलन खडा किया था।
आंदोलन के पश्चात जिलाधिकारी श्री. रुबल अग्रवाल को निवेदन दिया गया। वसुबारस के उपलक्ष्य में ह.भ.प. गजानन महाराज राजपूत (वरसाडेकर) के शुभ हाथों गोपूजन किया गया।
इस आंदोलन को बजरंग दल के जिलाप्रमुख श्री. भरत कोली, हिन्दू महासभा के प्रदेश संगठक अधिवक्ता श्री. गोविंद तिवारी, हिन्दू महासभा के तथा भूतपूर्व पुलिस निरीक्षक श्री. रमेश सुशिर उपास्थित थे।
मान्यवरोंद्वारा व्यक्त किये गये विचार
बजरंग दल के जिलाप्रमुख श्री. भरत कोली ने कहा कि, गाय हम सब की माता है; परंतु आज गोरक्षण करना भी कठिन होता जा रहा है। यदि कानून पारित भी हुआ, तब भी सभी हिन्दुओंको संगठित होकर गोहत्या के विरुद्ध लडाई करनी चाहिए।
हिन्दू महासभा के प्रदेश संगठक अधिवक्ता श्री. गोविंद तिवारी ने कहा कि, आज देश में सर्वत्र गोहत्याबंदी कानून लागू करना आवश्यक है। अपराधी पर अप्रतिभूतिपात्र अपराध की प्रविष्टि कर उसे आजन्म कारावास का दंड देना चाहिए।
पेण (जिला रायगड)
जो गाय की हत्या करेगा, उसका वंश निर्वंश होगा ! – ह. भ. प. दशरथ भोपतराव, विश्व हिन्दू परिषद
पेण (जिला रायगड) – विश्व हिन्दू परिषद के ह. भ. प. दशरथ भोपतराव ने प्रतिपादित किया कि, गाय की हत्या मां की हत्या के समान है। जो गाय की हत्या करेगा, उस का वंश निर्वंश होगा। गाय की रक्षा करनेवाले एवं गोहत्या को रोकनेवाले श्री. प्रशांत पुजारी की हत्या का मैं निषेध करता हूं।
आज का आंदोलन अर्थात हिन्दुत्व की लडाई है !
बळवली (पेण) के गोरक्षक श्री. मंगल पाटिल को भी पुलिसद्वारा कष्ट दिए गए एवं उन पर अनेक झूठे अपराध प्रविष्ट किए गए हैं। शासन को उन पर लगाए गए सभी आरोप पीछे लेकर उन्हें सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए।
इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के ह. भ. प. दिगंबर राऊत महराज, मनसे के नगर सचिव श्री. सुनील मोदी, दिव्यप्रभा योगाश्रम के मठाधिपति प. पू. जनार्दन स्वामी, हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता एवं सनातन संस्था के साधक उपस्थित थे।
गोरक्षा का समर्थन करें ! – श्री. मंगल पाटिल, गोरक्षक, बजरंग दल
मेरे सभी हिन्दु बंधुओंको आवाहन है कि, यदि हमें वास्तव में गाय पर प्रेम हो, तो चमडी से बनी वस्तु आज से बंद कर, गोरक्षा का समर्थन करें !
कोल्हापुर
देवी-देवताओंके छायाचित्र छाप कर उनका अपमान करनेवाले एवं प्रदूषण उत्पन्न करनेवाले पटाखोंपर प्रतिबंध लगाएं !
कोल्हापुर – यहां भी शिवाजी चौक में ८ नवंबर को दोपहर १२ बजे हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंद्वारा गोरक्षकोंकी सुरक्षा एवं पटाखोंपर प्रतिबंध लगाने की मांग के लिए आंदोलन किया गया।
इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. मधुकर नाजरे एवं आधुनिक वैद्य श्री. मानसिंह शिंदे ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।
समिति के श्री. बाबासाहेब भोपळे ने भी गोरक्षा के संदर्भ में अपने मनोगत व्यक्त किए।
हिन्दू एकता आंदोलन के श्री. शिवाजीराव ससे, हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता एवं सनातन संस्था के साधक भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर पुलिस ने भी पहरा रखा था। (वैधानिक मार्ग से आंदोलन करनेवाले हिन्दुओंके आंदोलन को पहरा देनेवाली पुलिस ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
क्षणिकाएं
‘गायोंकी रक्षा करनेवाले कार्यकर्ताओंकी रक्षा करें’, ‘भारत में गायों की हत्या नहीं सहन करेंगे’, ‘प्रदूषणकारी पटाखोंपर प्रतिबंध लगाया जाए’, ‘पर्यावरण की हानि करनेवाले पटाखोंपर प्रतिबंध लगाया जाए’ धर्माभिमानियों की इन घोषणाओंसे शिवाजी चौक का परिसर गूंज उठा था !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात