ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष त्रयोदशी, कलियुग वर्ष ५११६
बंगलोर- आर्ट ऑफ लिविंग का कहना है कि उनके फैकल्टी मेंबर्स और वॉलंटियर्स को पाकिस्तान में दो माह से धमकी भरे पत्र मिल रहे हैं।
आर्ट ऑफ लिविंग के मुताबिक धमकियां तालिबान की ओर से मिल रही है। तालिबान का आरोप है कि आर्ट ऑफ लिविंग इस्लाम के खिलाफ काम कर रहा है।
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने बताया कि पाकिस्तान के प्रशासन को धमकियों के बारे में जानकारी दी गई है।
आर्ट ऑफ लिविंग के मुताबिक पहला धमकी भरा फोन ८ मार्च को आया। उस समय १५ बूंदकधारियों ने इस्लामाबाद के बाहरी इलाके बनी गाला में स्थित आर्ट ऑफ लिविंग के सेंटर को आग के हवाले कर दिया था।
आर्ट ऑफ लिविंग पाकिस्तान में पिछले १३ साल से काम कर रही है। उसके पाक में १००० सदस्य हैं। संस्था पाक में योग और तनाव प्रबंधन तकनीक का प्रशिक्षण दे रहा है। यह विशुद्ध रूप से धर्मनिरपेक्ष है। आर्ट ऑफ लिविंग पाकिस्तान और अन्य इस्लामिक देशों में धार्मिक भावनाओं को लेकर बहुत संवेदनशील है।
आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रमों में शामिल होने से ज्यादातर मुस्लिमों को कोई आपत्ति नहीं है। भारत में आर्ट ऑफ लिविंग के केन्द्रों में पाकिस्तानी लगातार आते रहते हैं। आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से कहा गया है कि संस्था का काम दोनों देशों के रिश्तों में मधुरता लाने काम करता है।
स्त्रोत : राजस्थान पत्रिका