वाराणसी के हिन्दुत्वनिष्ठ अधिवक्ता कमलेश चंद्र त्रिपाठी द्वारा प्रशासन से मांग
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सतर्क रह कर धर्मांधों के विरूद्ध वैधानिक रूप से लडाई करनेवाले अधिवक्ता कमलेश चंद्र त्रिपाठी का अभिनंदन !
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ऐसे हिन्दुत्वनिष्ठ अधिवक्ता ही हिन्दू धर्म की खरी शक्ति है !
वाराणसी – मोहरम को नगर में निकाली गई ताबूत की फेरी में जानलेवा शस्त्रों का प्रदर्शन करनेवाले धर्मांध युवकों के घर की जांच करने तथा उनके पास के ये जानलेवा शस्त्र जप्त कर उन युवकों पर भी कठोर कार्यवाही करने की मांग यहां के हिन्दुत्वनिष्ठ अधिवक्ता कमलेश चंद्र त्रिपाठी द्वारा एक निवेदन देकर प्रशासन से की । उन्होंने मांग की कि जिलाधिकारी इस निवदको गंभीरता से देखें । (ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? यह स्वयं प्रशासन के ध्यान में क्यों नहीं आता ? सार्वजनिक स्थान पर जानलेवा शस्त्र रखनेवाले धर्मांध युवकों पर कार्यवाही न करनेवाला प्रशासन कानून एवं सुरक्षा क्या बना कर रखेगा ? शस्त्र पास में रखनेवाले धर्मांध युवकों के साथ ऐसे निष्क्रिय प्रशासकीय अधिकारियों पर भी कार्यवाही करनी चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
२४ अक्तूबर को मोहरम को वाराणसी नगर में मुसलमानों द्वारा निकाले गए ताबूत में धर्मांध युवकों ने पूर्वानुमति न लेते हुए चाकू, खंजीर, गुप्ति इत्यादि जानलेवा शस्त्रों का प्रदर्शन किया । इसलिए समाज में भय एवं गोंधल का वातावरण उत्पन्न हुआ । इसीलिए एक व्यक्ति की मृत्यु भी हुई । इतना सब होकर भी प्रशासन द्वारा इन धर्मांध युवकों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है । (वाराणसी के पुलिस प्रशासन की चापलूसी ! कुछ दिन पूर्व ही गंगा नदी में गणेशमूर्तियों का विसर्जन करने को प्रशासन द्वारा मना करने के विरुद्ध हिन्दुओं द्वारा आंदोलन किया गया । निःशस्त्र हिन्दुओं का यह आंदोलन पुलिस द्वारा लाठीप्रहार कर कुचल दिया गया । पुलिस ने हिन्दू संतों पर भी निस्संकोच लाठीप्रहार किया । परंतु यही पुलिस प्रशासन कानून तोडनेवाले धर्मांध युवकों पर कुछ कार्यवाही नहीं करती । – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं करता, यह देख कर अधिवक्ता त्रिपाठी द्वारा जिलाधिकारी को निवेदन देकर कार्यवाही करने की मांग की गई । निवेदन देते समय त्रिपाठी ने जिलाधिकारी को और एक प्रार्थना पत्र दिया, जिस में उन्होंने मांग की है कि मुसलमान समाज में अनेक लोगों के घर में ऐसे जानलेवा शस्त्र छिपा कर रखे गए हैं । वाराणसी जिला की कानून एवं सुरक्षा की दृष्टि से यह अतिशय जानलेवा है । इसलिए उनके घर की भी जांच की जानी चाहिए एवं जिस के घर में ऐसे शस्त्र होने का पता चलेगा उन पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात