आषाढ कृष्ण पक्ष तृतीया, कलियुग वर्ष ५११६
नागरिको, हिंदुद्वेषकी राजनीति करनेवाले राजनेताओंको आगामी चुनावमें पाठ पढाए !
पुणे : फेसबुकपर हिन्दुओंके आस्थास्रोतोंकी विडंबना होनेपर एक समूहद्वारा मोहसीन शेखकी हत्या की गई । इस प्रकरणमें अपराधी मानकर हिन्दु राष्ट्र सेनाके संस्थापक अध्यक्ष धनंजय देसाई एवं २० कार्यकर्ताओंको पुलिसद्वारा बंदी बनाया गया है । राष्ट्रवादी कांग्रेसद्वारा इस घटनाको अत्यधिक महत्व देकर हिन्दु संगठनोंके विरुद्ध निरंतर शोर मचानेके कारण पुलिसपर दबाव बढ रहा है । इसलिए पुलिसद्वारा ‘हिंदु राष्ट्र’ सेनापर प्रतिबंध लगानेका प्रस्ताव सिद्ध किया गया है । हाल-हीमें इस संदर्भमें पुलिस आयुक्त सतीश माथुरने यह जानकारी दी है ।
विश्वसनीय सूत्रोंसे जानकारी मिली है कि यदि केंद्रशासनके पास यह प्रस्ताव गया, तो टिकेगा नहीं, यह ज्ञात होते हुए भी केवल हिन्दुविरोधी राजनीति करने हेतु यह षडयंत्र रचा गया है । (हिन्दुओ, इस प्रकारसे केवल हिन्दुुद्वेषकी राजनीति करनेवाले राजनेताओंको हटाने हेतु मतपेटीके माध्यमसे दबाव बढाएं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
१. पुलिसका कहना है कि श्री. धनंजय देसाईने १९ जनवरीको मांजरी बुद्रुकमें हिंदु राष्ट्र सेनाके कार्यकर्ताओंकी सार्वजनिक सभा आयोजित की थी । तदुपरांत श्री. देसाईने लोनी कालभोरके परिसरमें पत्रक वितरीत किए थे । इस सभा एवं पत्रकोंसे प्रेरित होकर कार्यकर्ताओंने २ जूनको मोहसीनकी हत्या की ।
२. आरंभमें शेखकी हत्याके प्रकरणमें श्री. देसाईको बंदी बनाने हेतु पुलिस सिद्ध नहीं थे; परंतु पुलिसकर्मियोंपर राजनेताओंद्वारा दबावतंत्रका उपयोग किया गया ।
३. तदुपरांत अब प्रतिबंधित करनेका प्रस्ताव पारित करनेके विषयमें भी पुलिसपर दबाव डाला जा रहा है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात