भीमताल : कुमाऊं के बागेश्वर जिले में  १५ हजार साल पुरानी गुफा मिली है। इस गुफा के मिलने के बाद से ही वैज्ञानिकों में खासा उत्साह देखा गया। शुरुआती अध्ययन मेेें पता चला है कि गुफा करीब १५ हजार साल पुरानी हो सकती है।

गुफा के अन्दर शिवलिंग और कुंड भी मौजूद है। जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस गुफा में मानवीय गतिविधियां भी की जाती थी।

उत्तराखंड की प्राचीन गुफाओं पर अध्ययन कर रहे कुमाऊं विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और भूगर्भ वैज्ञानिक बहादुर सिंह कोटलिया ने बताया कि दस माह में बागेश्वर में यह दूसरी गुफा मिली है। पहले कांडा गांव में मिली गुफा भी करीब दस हजार साल पुरानी है।

उन्होंने बताया कि शोध कार्य जारी है, लेकिन अब तक मिले संकेतों से प्रतीत हो रहा है कि इस पहाड़ी अंचल में मानवीय मौजूदगी काफी पहले से थी। डॉ. कोटलिया के अनुसार नए शोध से उत्तराखंड के इतिहास को बेहतर ढंग से समझा जा सकेगा।

स्त्रोत : राजस्थान पत्रिका