उज्जैन – महाकाल की नगरी उज्जैन में वर्ष २०१६ में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारियां शासन और प्रशासन के स्तर पर जोरों से शुरु है। दुनिया के सबसे बडे आयोजन के लिए ३४०० एकड से ज्यादा जमीन अधिसूचित की गई है, वहीं इसके लिए निर्धारित व्यय २५१५ करोड का रखा गया है, जो पिछले बार की तुलना में १० गुना से भी ज्यादा है। इस महाकुंभ में लगभग ५ करोड लोगों के सम्मिलित होने की संभावना है।
एेसी रहेगी कुंभ की व्यवस्था :
१. सुरक्षा व्यवस्था तथा समन्वय हेतु आधुनिक यंत्रणा का उपयोग किया जाएगा ।
२. इस सिंहस्थ महाकुंभ के लिए शहर तथा साधुग्राम परिसर का ६ झोन आैर २२ सेक्टर में विभाजन किया गया है । प्रत्येक सेक्टर में अधिकारी नियुक्त किया जाएगा तथा अन्य अत्यावश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध की जाएगी ।
३. सिंहस्थ में मार्ग के निर्माण हेतु ३६२ करोड का व्यय किया जा रहा है। लगभग १०० नए मार्ग तैयार हो रहे हैं, ४ चारलेन पूर्ण हो चुके हैं। इस पर विद्युत रोषणार्इ भी लग गई है। ये मार्ग अंदर के मार्ग से जुड जाएंगे और सारी यातायात बाहर की आेर बाह्यमार्ग से हो जाएगी ।
४. १७७ करोड का व्यय शहर में चार रेलवे पूल तथा क्षिप्रा नदी पर आठ पूल बनाने के लिए हो रहा है ।
५. पंचक्रोशी मार्ग के लिए ६३ करोड ६० लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं और इसका निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है।
६. महाकुंभ के निर्माण कार्यों में प्रमुख है उज्जैन पश्चिम बायपास। मध्यप्रदेश मार्ग विकास निगम की आेर से ९४ करोड रूपये इसके लिए व्यय कर १५ किलोमीटर लंबे टू लेन रिंग रोड का निर्माण किया जा रहा है।
७. इसके अतिरिक्त ४५० बिस्तर की क्षमता रखनेवाला महिला एवं शिशु अस्पताल निर्माणाधीन है, जिसके लिए ७४.४३ करोड रुपए व्यय किए जा रहे है।
८. सिंहस्थ की कालावधी में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसके खान नदी डायवर्शन के लिए १० किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जा रही है। इससे खान का गंदा पानी क्षिप्रा नदी में नहीं मिलेगा। गऊघाट पर छह मिलियन गैलन जलशोधन का प्लांट छह करोड १७ लाख रुपए व्यय कर तैयार हो रहा है।
९. मंदिरों का सौन्दर्यीकरण : सिंहस्थ के अवसर पर मंगलनाथ परिसर, सांदीपनि आश्रम में गोमती कुंड, चिंतामण गणेश मंदिर, भर्तृहरि गुफा, काल भैरव मंदिर आदि के परिसरों एवं मंदिरों का सौन्दर्यीकरण एवं जीर्णोद्धार भी किया जा रहा है। माकालेश्वर धर्मशाला में भी विस्तार किया जा रहा है।
१०. सुरक्षा व्यवस्था : श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मेला स्थल के चप्पे पर नजर रखने के लिए १२५ पॉइंट पर ४८१ सीसीटीवी लगाए जाना प्रस्तावित है। इससे भीड और यातायात की जानकारी सीधे कंट्रोल रूम तक पहुंचेगी। मंगलनाथ, अंगारेश्वर, सेटेलाइट टाउन, गढगालिका समेत ५१ स्थानों पर अस्थायी थाने बनाए जाएंगे।
११. सिंहस्थ के दौरान प्रत्येक श्रद्धालु का २ लाख रुपए का दुर्घटना बीमा होगा। उज्जैन शहर के स्थायी निवासी भी इस बीमा कवर में शामिल होंगे।
स्त्रोत : वेब दुनिया