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महाराष्ट्र में स्थित परली के सुप्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग वैजनाथ मंदिर में दीपावली के मुहुर्त पर ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु महाभिषेक !

ऐसा विचार एवं इस संदर्भ में क्या कोई राजनीतिज्ञ कृत्य कर सकता है ?

परली-वैजनाथ (महाराष्ट्र) : पूरी मानवजाति का जीवन आनंदी होने तथा ‘हिन्दू राष्ट्र’ राष्ट्र स्थापित करने में आनेवाले सभी संकट दूर होने के लिए महाराष्ट्र में स्थित परली के सुप्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग वैजनाथ में दीपावली में नरकचतुर्दशी के शुभदिवस पर महादेव के लिंग पर महाभिषेक किया गया।

यह महाभिषेक अध्यात्म विश्वविद्यालय की पू. (सौ.) अंजली गाडगीळ, सनातन संस्था के अंबेजोगाई के साधक श्री. बालासाहेब (धनंजय) केंद्रे एवं श्रीमती योगिता केंद्रे, परली के श्री. प्रदीपकुमार एवं श्रीमती संध्या जयस्वाल के शुभहाथों किया गया। इस अवसर पर अन्य साधक भी उपस्थित थे।

यह महाभिषेक अत्यंत भावपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ !

‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु अश्वमेधयाजी प.पू. नाना काळेगुरुजी के आशीर्वाद एवं उसके लिए महाभिषेक करने की प्रेरणा !

अश्वमेधयाजी प.पू. नाना काळेगुरुजी

७ नवंबर से परली में आरंभ वाजपेय सोमयाग का वैज्ञानिक दृष्टिकोण से संशोधन करने हेतु सनातन की पू. (सौ.) अंजली गाडगीळ आई थीं।

उन्होंने इस सोमयाग का आयोजन करनेवाले श्री योगीराज वेद विज्ञान आश्रम के संस्थापक अश्वमेधयाजी प.पू. नाना काळेगुरुजी के दर्शन किए। प.पू. नाना काळेगुरुजीद्वारा उन्हें एवं वहां उपस्थित सनातन के साधकोंको भरभर के आशीर्वाद दिए गए तथा चराचर सृष्टि के कल्याण हेतु प्रयासरत ‘वैदिक सनातन हिन्दू धर्म’ की वर्तमान समय की दुःस्थिति दूर होने हेतु आवश्यक ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने में आनेवाले संकट दूर होने हेतु परली वैजनाथ महादेव को अभिषेक करने की प्रेरणा दी !

वैजनाथ ज्योतिर्लिंग समान हिन्दुओंके मुख्य धर्मस्थल पर रहनेवाली अव्यवस्था के विषय में भक्तोंद्वारा व्यक्त किया गया दु:ख, क्या प्रशासन गंभीरता से लेगा ?

भक्तोंद्वारा व्यक्त की गई दु:खदायी प्रतिक्रियाएं

१. वैजनाथ ज्योतिर्लिंग समान हिन्दुओंके मुख्य धर्मस्थल के परिसर में बहुत अस्वच्छता दिखाई देती है !

२. पूर्व दिशा में रहनेवाला मंदिर का प्राचीन प्रवेशद्वार बंद रख, पर्यायी मार्ग से भक्तोंको दर्शन हेतु भेजना उचित नहीं है !

३. ज्योतिर्लिंग की तुलना में यहां कोई सुविधाएं नहीं हैं !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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