कोलकाता – पाकिस्तानी आतंकियों को वहां से फंड मुहैया कराने का प्रमाण सामने आया है। संदिग्ध आईएसआई एजेंट अख्तर खान को लगातार निधी मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान के एक राष्ट्रीयकृत बैंक का एटीएम कार्ड का उपयोग किया गया है। इसी अधिकोष (बैंक) के एटीएम कार्ड से पडोसी राष्ट्र की आेर से जासूसी के लिए निधी मुहैया कराए जाने की साजिश का भंडाफोड हुआ है। खान को नॉर्थ कोलकाता से १४ नवंबर को बन्दी बनाया गया था।
पुलिस को खान के पास से एक पाकिस्तानी एटीएम कार्ड मिला है। खान की गिरफ्तारी से पुलिस के विशेष बल को एक रिक्रूटमेंट रैकेट का पता चला, जिसे अख्तर खान चला रहा था। बाद में पुलिस ने अख्तर खान के सहयोगी और भाई जफर खान को गिरफ्तार कर लिया।
एटीएम कार्ड के जरिए हुर्इ लेन-देन की पुष्टि और विश्लेषण कर लिया गया है। जांच अधिकारियों ने बताया कि कराची के एक बैंक खाते में बडी रकम जमा की जाती थी, जिसे अख्तर कोलकाता में निकाला करता था। उनका दावा है कि, कार्ड पांच साल पहले कराची में सक्रिय किया गया था।
खाता कराची के एक राष्ट्रीयकृत अधिकोष की एक शाखा में खोला गया था। इसमें हर २-३ महीने में एक बार ४ से ५ लाख रुपये जमा किए जाते थे। जांचकर्ताओं ने ईटी को बताया, ‘पूछताछ में अख्तर ने कबूल किया है कि, उसको हर काम के लिए लगभग ४ से ५ लाख रुपये मिलते थे। असाइनमेंट दुबई में बैठे उसके हैंडलर्स से मिलते थे, लेकिन रकम बैंक में जमा की जाती थी। वह पूरी रकम एक बार में निकाल लेता था।’
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स