भारतके पवित्र तीर्थस्थान तिरुपतिमें इस्लामिक विश्वविद्यालयका सात मालोंका भवन खडा हुआ । इसके विरोधमें हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा किए गए वैधानिक आन्दोलनके कारण शासनको स्वीकार करना पडा कि यह भवन अनधिकृत है और उसे गिरानेके आदेश देने पडे । यह भवन तिन्नपा भगवान मन्दिरके समीप है । यह प्रश्न केवल आन्ध्रप्रदेशतक सीमित नहीं है, किन्तु सम्पूर्ण भारतका और सभी हिन्दुओसे सम्बन्धित है । यह आन्दोलन समाप्त नहीं होगा, विश्वविद्यालयका भवन नष्ट किए जानेतक चलता रहेगा ।