आषाढ कृष्ण पक्ष त्रयोदशी, कलियुग वर्ष ५११६
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लंदन – ऐसे समय में जब अमेरिक इराक में आइएसआइएस पर हवाई हमले करने को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं, खबर है कि वर्ष २०१२ में अमेरिकी सेना ने ही इस आतंकी समूह को प्रशिक्षण दिया था। इन लड़ाकों को सीरिया संघर्ष में भाग लेने के लिए तैयार किया गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार को अस्थिर करने के लिए अमेरिकी प्रशिक्षकों ने आइएसआइएस के सैकड़ों लड़ाकों को प्रशिक्षित करने का गुप्त अभियान चलाया था। हालांकि यह प्रशिक्षण महज सीरिया के लिए दिया गया था। फरवरी, २०१२ में अमेरिका ने तुर्की और जार्डन की मदद से सीरियाई विद्रोहियों के लिए प्रशिक्षण शिविर चलाए थे। जर्मनी के एक अखबार ने वर्ष २०१३ में कहा था, ' अमेरिका अब भी जार्डन में सीरिया के विद्रोहियों को प्रशिक्षण दे रहा है। इन शिविरों में आतंकियों को एंटी टैंक हथियारों का इस्तेमाल सिखाया जा रहा है। अमेरिका ने फ्री सीरिया आर्मी के १२०० सदस्यों को प्रशिक्षण दिया था।'
ईराक में आइएसआइएस की क्रूरता, ¨हसा और नरसंहार की अलकायदा जैसे आतंकी संगठन ने भी आलोचना की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि आइएसआइएस आतंकियों ने ईराक में बड़ी संख्या में नरसंहार कर उसकी वीडियो ऑनलाइन करने के अलावा कई सैनिकों के सर कलम कर दिए हैं।
कुछ ऐसा ही काम अमेरिका ने अफगानिस्तान में सोवियत फौजों के खिलाफ अलकायदा के जनक ओसामा बिन लादेन को प्रश्रय देकर किया था। तब लादेन को अमेरिका और सऊदी अरब ने वित्तीय सहायता मुहैया कराई गई थी। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ओसामा बिन लादेन को केंद्रीय खुफिया एजेंसी [सीआइए] से प्रशिक्षण मिला था।
स्त्रोत : जागरण