इतिहास का ‘बाजीराव-मस्तानी’ चित्रपटद्वारा घोर अनादर ।
मिरज-सांगली (महाराष्ट्र) : ८ दिसंबर को मिरज के प्रांत कार्यालय में हिन्दू जनजागृति समिति के नेतृत्व में निवेदन प्रस्तुत किया गया। निवेदन में यह मांग की गई कि, ‘संजय लीला भंसाळी दिग्दर्शित ‘बाजीराव मस्तानी,’ इस आगामी चित्रपट का प्रदर्शित ट्रेलर, टिजर, साथ ही ‘पिंगा पिंगा’ गाने में इतिहास का अनादर किया गया है । वास्तविक पेशवाकालीन कुलीन महिलाओंकी परंपरा यह थी कि, स्त्रियां अंगविक्षेप कर नृत्य कभी नहीं करती थीं। तत्कालीन राजघराने की स्त्रियां राजमाता जिजाऊ, रानी लक्ष्मीबाई, ताराबाई, रानी चेन्नम्मा की परंपरा की थीं। उन्होंने तलवार से वीरता का प्रदर्शन कर शत्रु को नचाया है । यह प्रकरण अर्थात, अपने लाभ के लिए हिन्दुओंकी ‘आदर्श परिवार व्यवस्था’पर आपत्ति उठाना । इतिहास का अनादर करनेवाले ‘बाजीराव-मस्तानी’ चित्रपट पर पाबंदी डालनी चाहिए ’ यह मांग करनेवाला निवेदन प्रांत कार्यालय में दिया गया ।
उस समय शिवसेना उद्योग सेना के श्री. तात्या कराडे, शिवसेना के सर्वश्री चंद्रकांत मैगुरे, सागर इसापुरे, अजीत गुरव, गजानन मोरे, शिवसेना रेलयात्री सेना के श्री. संदीप शिंदे, जनसुराज्य शक्ति दल के जनपद संगठक श्री.सुनील कोरे, शिवसेना के सर्वश्री सचिन मोरे, दिलीप नाईक, संदीप कदम, अजय भोकरे, पवन कुबे, भाजपा युवा मोर्चा सांगली के जनपद उपाध्यक्ष श्री. जयगोंड कोरे, हिन्दू जनजागति समिति के सर्वश्री कुमार माने तथा चिदंबर कारकल उपस्थित थे। निवेदन प्रस्तुत करने हेतु मालगांव से भाजपा युवा मोर्चा के श्री. मयूर नाईकवडे भी उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात