विधायक श्री. राजासिंह ठाकूर, तेलंगना और अध्यक्ष, श्रीराम युवा सेना
विद्याधिराज सभागृह, रामनाथी, गोवा – हिन्दुआेंके तेलंगनाके नेता और विधायक श्री. राजासिंह ठाकूरने हिन्दुआेंको आश्वस्त करनेवाले और क्षात्रधर्मयुक्त उद्गार कहते हुए बोले, हिन्दुत्वनिष्ठ युवकोंने मिलकर मुझे पहले नगरसेवक बनाया । उनमें विश्वास निर्माण हुआ कि भाग्यनगरमें हिन्दुआेंको मारनेकी बाते करनेवालोंका सामना करनेके लिए मैं सिद्ध हूं और इसलिए उन्होंने ही मुझे अब विधायक बनाया है । मैं सभीको एक ही आश्वासन देना चाहता हूं कि भाग्यनगरमें हिन्दुआेंको समाप्त करनेवालोंको हम निश्चित ही पाठ पढाएंगे । हिन्दू जनजागृति समितिके जालस्थलद्वारा ही मैं यह चेतावनी दे रहा हूं । तृतीय अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशनके छठे दिनके सवेरेके सत्रके अन्तमें वे हिन्दुत्वनिष्ठोंसे वार्तालाप कर रहे थे । इसके पहले नवनिर्वाचित विधायक श्री. राजासिंह ठाकूरका सत्कार समितिके राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. डॉ. पिंगळेजीके हाथों किया गया ।
२० दिनोंमें १० पशुवधगृह स्थायीरूपसे बंद करवाए !
श्री. ठाकूरने आगे कहा, नगरसेवक होनेके पश्चात भी मैंने किसी दलका झण्डा हाथमें नहीं लिया था, किन्तु गोहत्या, लव जिहादके विरोधमें तथा हिन्दू समाजके लिए, हिन्दू धर्मके लिए कार्यरत रहा, आज भी वैसा ही कर रहा हूं और आगे भी करूंगा । विधायक होनेपर २० दिनोंमें हमने १० पशुवधगृह स्थायीरूपसे बंद करवाएं ।
इस समय श्री. ठाकूरने कहा,
१. हिन्दू जनजागृति समितिका कार्य अधिक गतिसे होगा, तो ही हिन्दू राष्ट्र शीघ्रतासे स्थापित होगा ।
२. मा. श्री. नरेंद्र मोदीजीसे मिलकर मैं उन्हें बतानेवाला हूं कि, गोहत्या रोकें तथा हिन्दू राष्ट्र स्थापनाका हिन्दुआेंका स्वप्न पूर्ण करें ।
३. हिन्दू समाजकी रक्षा, यही मेरा ध्येय है; इसीलिए मैं राजनीतिमें आया हूं ।
४. भाग्यनगरमें चुनाव नहीं, अपितु हिन्दू विरुद्ध मुसलमान ऐसा धर्मयुद्ध हुआ । मुसलमान स्पष्टरूपसे कहने लगे कि, राजासिंह चुनकर आएंगे, तो हमें टोपी पहनना छोडना पडेगा । हमारे विरोधमें ४६ सहस्र मुसलमान एकत्रित हुए; परन्तु उतने हिन्दू भी एकत्रित हुए ।
५. हमें गांधीजीके मार्गदर्शनानुसार नहीं, किन्तु छत्रपती शिवाजी महाराजके मार्गदर्शनानुसार आगे बढना है ।
श्री. राजासिंह ठाकूरद्वारा हिन्दू जनजागृति समितिकी प्रशंसा !
हिन्दू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताआें से मुझे सदैव मार्गदर्शन और प्रेरणा मिलती है । उनके जैसे कार्यकर्ताआेंकी समाजको आवश्यकता है । राजनीतिक नेता निर्माण होनेपर क्या कभी हिन्दू राष्ट्र स्थापित हो सकता है ?, ऐसे शब्दोंमें श्री. ठाकूरने हिन्दू जनजागृति समितिकी प्रशंसा की ।
क्षणिकाएं
१. श्री. ठाकूरका सभागृहमें आगमन हुआ है, यह समझते ही हिन्दुत्वनिष्ठोंमें विशेष उत्साह संचारित हुआ और सभी दर्शक हर्षोल्लासित हुए ।
२. श्री. ठाकूरके व्यासपीठपर आनेपर तथा विधायक बननेसे उनका सत्कार होनेके कारण हिन्दुत्वनिष्ठोंने उत्स्फूर्ततासे जय श्रीरामकी घोषणाआेंमें और तालियां बजाकर उनका अभिनन्दन किया ।