वाहिनियोंपर होनेवाले धारावाही एवं विज्ञापन इनमें भारतीय संस्कृतिपर होनेवाले आक्रमणों के विषय में सतर्क रहें !- श्री. बालकिशन ठाकूर, राजीव दीक्षित स्वदेशी रक्षण मंच, वल्लभगढ, फरिदाबाद
भविष्य में विविध स्थलोंपर अधिवेशनों के द्वारा संगठन बनाने का निर्धार
नई देहली : विदेशी संस्कृति को भारत में प्रस्थापित करने के लिए अबतक प्रसारमाध्यमों की ओरसे भारतिय संस्कृति को नियोजनबद्ध प्रकारसे पिछडा ठहराया गया तथा जा रहा है । विज्ञापनों के माध्यमसे हमपर विदेशी संस्कृति का इतना संस्कार किया गया कि, आज हमें पेस्ट भी लेनी हो, तो बजार में जाकर हमें कोलगेट दिजिए, ऐसी मांग की जाती है । यह अत्यंत संकटदायी है । इसलिए वाहिनियोंपर होनेवाले धारावाही एवं विज्ञापन इन में भारतिय संस्कृतिपर होनेवाले आक्रमणों के संदर्भ में सतर्क रहना, यह समय की मांग है, ऐसा प्रतिपादन राजीव दीक्षित स्वदेशी रक्षक मंच, वल्लभगढ, फरिदाबाद के श्री. बालकिशन ठाकूर ने किया । वे नई देहली के श्रीनिवासपुरी क्षेत्र में स्थित भारत सेवाग्राम संघ के सभागृह में हिंदु जनजागृति समिति की ओरसे आयोजित किए गए राज्यस्तरीय हिंदू अधिवेशन में बोल रहे थे । १९ एवं २० दिसंबर इस प्रकार २ दिन चले हुए इस अधिवेशन में नई देहली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान इन राज्यों के हिंदु संगठनों के प्रतिनिधी, अधिवक्ता, विचारक इस प्रकार के ५० से अधिक धर्माभिमानी सहभागी हुए थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात