आषाढ शुक्ल पक्ष षष्ठी, कलियुग वर्ष ५११६
अच्छा जीवन कैसे जीए, यह बताने हेतु निर्धन हिन्दू ही क्यों दिखाई देते हैं ?
हिन्दू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंका अभिनंदन !
पुणे(महाराष्ट्र) : भोसरीके भगत बस्तीके एक निर्धन हिन्दू परिवारको धर्मपरिवर्तित करनेका षडयंत्र हिन्दू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंके कारण विफल सिद्ध हुआ । इस अवसरपर धर्माभिमानी हिन्दुओंने स्थानीय हिन्दूओंका प्रबोधन भी किया । (धर्मपरिवर्तन रोकनेवाले सभी कार्यकर्ताओंका अभिनंदन ! यदि सर्वत्रके हिन्दूओंद्वारा ऐसी ही सतर्कता एवं तत्परता दर्शाई गई, तो धर्मपरिवर्तनकी घटनाएं नियंत्रित होनेमें विलंब नहीं लगेंगा ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
१. ३० जूनको हिन्दू जनजागृति समितिके श्री. शैलेश येवलेको जानकारी मिली कि भगत बस्तीके एक परिवारमें २ ईसाई महिला एवं एक पुरुष बायबलका पठन कर दिखा रहे हैं ।
२. श्री. येवलेके साथ समितिके सर्वश्री प्रवीण शेटे, योगेश सुभेदार, मोरेश्वर शेटे हिन्दू परिवारके घर गए ।
३. हिन्दू बस्तीमें बायबलका पठन क्यों कर रहे हो ? ऐसा कह फटकारनेपर ईसाईयोंने यह कहकर अपनी रक्षा करनेका प्रयास किया कि हम भी हिंदुस्थानमें ही रहते हैं । केवल अच्छी जीवनपद्धतिके विषयमें बताते हैं । (अच्छा जीवन कैसे जीए, यह बताने हेतु निर्धन हिन्दू ही क्यों दिखाई देते हैं ? धर्मपरिवर्तनकी धारणाओंको सुसंस्कृतताका मुलामा देनेवाले ईसाईयोंसे सावधान ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
४. हिन्दूनिष्ठ कार्यकर्ताओंने उन्हें धमकाते हुए कहा कि हिन्दू धर्म श्रेष्ठ है । इसलिए भविष्यमें ऐसे हिन्दू बस्तीमें न करें, अन्यथा वैधानिक रूपसे कार्यवाही की जाएगी । तत्पश्चात ईसाई वहांसे बोरिया-बिस्तर बांधकर निकल गए ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात